पैसे की कमी से पार पाने के लिए हम अक्सर कर्ज लेते हैं. लेकिन कई लोगों पर कर्ज का बोझ इस कदर बढ़ जाता है कि जीवन दुख के सागर में गोते लगाने लगाता है.