जिस उम्र में उनके हाथों में कलम होनी चाहिए थी, उस उम्र में उन्होंने खंजर थाम लिया और जुर्म की दुनिया में दाखिल हो गए. खास बात यह है कि जुर्म की दुनिया में दाखिल होने के लिए उन्होंने अपने ही दोस्त को अगवा किया और फिर उनकी हत्या कर दी.