दिमाग में ट्यूमर के चलते एक महिला अपनी याददाश्त गंवा बैठती है और खो जाती है तेज रफ्तार दिल्ली की भूलभुलैया में. दो महीने वो परिवार से जुदा रहती है. इलाज से ट्यूमर ठीक होते ही वो अपने परिवार को खोज लेती है. कहानी फिल्मी जरूर लगती है लेकिन सच है.