CUET UG 2022: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट CUET UG 2022 कल 15 जुलाई से शुरू होने जा रहे हैं. यह परीक्षा देश में पहली बाद आयोजित हो रही है जिसे लेकर स्टूडेंट्स के मन में काफी सवाल हैं. पहली बार आयोजित हो रही परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न के बारे में भी छात्र भ्रम में हैं. जिन परीक्षार्थियों का एग्जाम शुरुआत की डेट्स में हैं वे ज्यादा चिंतिंत हैं. ऐसे में दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. योगेश सिंह आजतक से बात करते हुए सभी शंकाओं का जवाब दिया.
अगस्त में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को मिलेगा फायदा?
परीक्षा जुलाई और अगस्त में 2 फेज़ में आयोजित की जाएगी. ऐसे में छात्रों का कहना है कि जिनका एग्जाम बाद में होना है, उन्हें तैयारी के लिए समय भी ज्यादा मिलेगा और उन्हें एग्जाम पैटर्न की जानकारी भी हो जाएगी. ऐसे में शुरुआत में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को नुकसान हो सकता है. इस पर प्रो. सिंह ने बताया कि सभी दिन के एग्जाम का पर्सेंटाइल निकाला जाएगा और आखिर नॉर्मलाइज़ेशन की मदद से रिजल्ट तैयार होगा. पहले या बाद में परीक्षा देने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
कहां से पूछे जाएंगे सवाल?
प्रो. सिंह ने कहा कि इस बात का ध्यान रखा गया है कि एग्जाम का लेवल कक्षा 12वीं के स्तर का हो. ऐसे में एग्जाम में NCERT की किताबों से सवाल पूछे जाएंगे. इसके अलावा एग्जाम में च्वाइस का भी ऑप्शन रहेगा. इसका अर्थ है कि कुल 50 सवालों में से केवल 40 का ही जवाब देना होगा.
अपने अनुसार स्ट्रीम चुनने में होगी दिक्कत?
पहले की व्यवस्था में स्टूडेंट अपने कट-ऑफ स्कोर के आधार पर मिल रहे सब्जेक्ट/स्ट्रीम का चयन करते थे और उसी के आधार पर एडमिशन लेते थे. अब एक एग्जाम हो जाने से छात्रों को चिंता है कि उनके पसंद की स्ट्रीम चुनने के विकल्प पर ताला लग जाएगा. प्रो. सिंह ने साफ किया कि ऐसा कतई नहीं होगा. स्ट्रीम चुनने का विकल्प वैसा ही रहेगा जैसा पहले था. साइंस सब्जेक्ट से एंट्रेंस आर्ट्स कोर्सेज़ में एडमिशन के लिए वैध होगा.
बता दें कि परीक्षा 15 जुलाई से शुरू होने जा रही है जिसके लिए एडमिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं. उम्मीदवार अपने एडमिट कार्ड पर दर्ज दिशानिर्देशों के आधार पर परीक्षा में शामिल होंगे.