NEET UG Latest Update: साल 2025 से नीट यूजी की आगामी परीक्षाओं में बड़े बदलाव हो सकते हैं. केंद्र सरकार, नीट यूजी 2024 परीक्षा और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने वाली गठित सात सदस्यीय कमेटी की सिफारिशें लागू करने को तैयार है. यह कदम NEET-UG 2024 परीक्षा में कथित अनियमितताओं और सुरक्षा खामियों के मद्देनजर उठाया जा रहा है.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की कार्यप्रणाली की समीक्षा के बाद परीक्षा सुधारों के लिए गठित सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति की सभी सिफारिशों को लागू किया जाएगा.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 2 अगस्त को NEET-UG 2024 परीक्षा को रद्द करने से इनकार कर दिया था. अदालत ने कहा था कि परीक्षा में सिस्टमैटिक लीक या धोखाधड़ी के संकेत देने के लिए पर्याप्त सामग्री उपलब्ध नहीं है. हालांकि, कोर्ट ने NTA की कार्यप्रणाली की व्यापक समीक्षा के लिए एक सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का कार्यक्षेत्र बढ़ा दिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में समिति को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए और समय दिया था. अदालत ने NTA की खामियों की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा था कि झारखंड के हजारीबाग में परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा भंग, ई-रिक्शा के जरिए क्वेश्चन पेपर का परिवहन और गलत प्रश्न पत्रों का वितरण जैसी समस्याएं गंभीर चिंताएं हैं.
एक्सपर्ट पैनल की सिफारिशें
इस समिति का नेतृत्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन कर रहे हैं. अन्य सदस्यों में डॉ. रणदीप गुलेरिया, बी. जे. राव, के. राममूर्ति, पंकज बंसल, आदित्य मित्तल और गोविंद जयसवाल शामिल हैं. समिति को परीक्षा सुरक्षा, डेटा सुरक्षा, प्रशासनिक खामियों, और छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने जैसे मुद्दों पर सिफारिशें देने का काम सौंपा गया था.
पैनल ने सौंपी रिपोर्ट
गुरुवार को केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ को बताया कि केंद्र द्वारा नियुक्त समिति ने अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी है और सरकार सभी सिफारिशों को लागू करेगी. मेहता ने कहा, 'हम सभी सिफारिशों को लागू करने जा रहे हैं और इसे (मामले को) छह महीने बाद सूचीबद्ध किया जा सकता है.' पीठ ने कहा, 'मामले को तीन महीने के लिए स्थगित किया जाता है.' इस मामले पर अगली सुनवाई अप्रैल 2025 में होगी.
नीट परीक्षा में क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं?
सरकार द्वारा सिफारिशों को लागू करने के बाद उम्मीद की जा रही है कि NEET-UG परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और विश्वसनीय बनाया जाएगा. विशेषज्ञ समिति ने छात्रों और NTA के स्टाफ के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी सुधार, और अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ तालमेल बिठाने की सिफारिश की है. यह कदम देश की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक को सुधारने और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है.
समिति की सिफारिश पर ये पांच बड़े बदलाव हो सकते हैं-
1. नीट एग्जाम अब OMR शीट (पेन-पेपर मोड) के बजाय ऑनलाइन लाइन मोड (CBT बेस्ड) हो सकती है.
2. परीक्षा एक से अधिक चरणों में आयोजित की जा सकती है. समिति ने नीट यूजी के लिए मल्टी स्टेज टेस्टिंग की सिफारिश की है.
3. नीट यूजी के अटेंप्ट की लिमिट तय हो सकती है. प्रत्येक चरण में स्कोरिंग/रैंकिंग की संख्या सीमित की जा सकती है.
4. नीट यूजी एग्जाम सेंटर अलॉटमेंट की नीति भी बदल सकती है. समिति ने एनटीए को उम्मीदवारों के निवास जिले में एग्जाम सेंटर चॉइस पॉलिसी अपनाने की सलाह दी है.
5. देश के अधिकतर जिलों में स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट सेंटर (एसटीसी) हो सकते हैं.
बता दें कि नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने नीट यूजी 2025 के लिए सिलेबस जारी कर दिया है. सिलेबत से छात्रों को अब यह समझने में मदद मिलेगी कि उन्हें किन-किन विषयों और टॉपिक्स पर ध्यान केंद्रित करना है, ताकि वे परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें. नीट यूजी परीक्षा MBBS, BDS, AYUSH और अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. हर साल लाखों छात्र नीट यूजी परीक्षा में बैठते हैं. पिछले साल NEET-UG 2024 परीक्षा में देशभर से 23 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था.