NEET UG 2022 Admission: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट अंडरग्रेजुएट परीक्षा के रिजल्ट और फाइनल आंसर की रिलीज़ कर दिए हैं. 9 लाख से अधिक स्टूडेंट्स परीक्षा में पास हुए हैं जो अब काउंसलिंग राउंड का इंतजार कर रहे हैं. NMC ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर जानकारी दी है कि AIQ कोटा काउंसलिंग का प्रोसेस सितंबर के अंत अथवा अक्टूबर के शुरूआत में शुरू हो जाएगा. कैंडिडेट्स अपने नीट स्कोरकार्ड के आधार पर काउंसलिंग में शामिल होंगे और मेडिकल कोर्सेज़ में दाखिला ले सकेंगे.
काउंसलिंग राउंड शुरू होने से पहले, उम्मीदवार अपने स्कोर को लेकर संशय में हैं कि उन्हें पसंद का कॉलेज मिल पाएगा या नहीं. कम फीस वाले सरकारी कॉलेज में एडमिशन के लिए अच्छा नीट स्कोर भी जरूरी है. ऐसे में कैंडिडेट्स दूसरे देशों में MBBS करने का ऑप्शन चुनते हैं. ऐसे कई देश हैं जहां की मेडिकल पढ़ाई और हॉस्टल का खर्च किसी प्राइवेट भारतीय कॉलेज से कम है.
इन देशों में भारत से सस्ती है मेडिकल की पढ़ाई
वैसे तो एब्रोड मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन छात्रों की पहली पसंद रहा है, मगर रूस-यूक्रेन की जंग के बाद अब छात्र अन्य देशों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं. मेडिकल एडमिशन एग्जिक्यूटिव रिया शर्मा ने बताया कि छात्र किर्गिस्तान, कजाकिस्तान या रूस में एडमिशन ले सकते हैं. रूस की सरकारी यूनिवर्सिटीज़ में छात्रों को NRI कोटे पर भी एडमिशन मिलता है, जिसकी फीस बेहद कम होती है. कजाकिस्तान में छात्र 25 लाख के खर्च में पढ़ाई और हॉस्टल की फीस पूरी कर सकते हैं.
क्या है जरूरी एलिजिबिलिटी?
कैंडिडेट को NEET क्वालिफाइड होना जरूरी होता है. इस वर्ष के नीट रिजल्ट के आधार पर Gen कैंडिडेट्स का स्कोर कम से कम 117 और OBC कैंडिडेट्स का स्कोर कम से कम 93 होना चाहिए. इसके अलावा उम्मीदवार के पास अपने 10वीं, 12वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट और पासपोर्ट होना भी जरूरी है.
कैसे मिलेगा एडमिशन?
विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए कैंडिडेट को सही यूनिवर्सिटी में किसी वैध चैनल से अप्लाई करना होता है. कुछ यूनिवर्सिटीज़ के वेबसाइट पर उनके आवेदन का लिंक उपलब्ध रहता है जबकि कई यूनिवर्सिटी ईमेल के माध्यम से भी आवेदन लेती हैं. इसके लिए कैंडिडेट्स एडमिशन काउंसलर्स की मदद भी ले सकते हैं. ये कैंडिडेट्स को हॉस्टल और स्टडी वीज़ा जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराते हैं.