scorecardresearch
 

NEET UG 2024: मेडिकल कॉलेज में किन शर्तों पर मिलता है एडमिशन? जानें रिजल्ट से लेकर एडमिशन होने तक का पूरा प्रोसेस

NEET UG 2024: नीट यूजी रिजल्ट की मेरिट लिस्ट में आने के बाद कैंडिडेट्स को काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है. इस प्रक्रिया में मार्क्स और कटऑफ के आधार पर सीट दी जाती है. सीट का अलॉटमेंट होने के बाद कॉलेज में दाखिला मिलता है. आइए जानें नीट रिजल्ट जारी होने के बाद एडमिशन होने तक का पूरा प्रोसेस क्या है.

Advertisement
X
NEET UG 2024 Admission Process
NEET UG 2024 Admission Process

NEET UG 2024, Medical College Admission Process: देश के नामी मेडिकल कॉलेज में प्रेवश पाने के लिए नीट जैसे टफ एग्जाम को क्लियर करना जरूरी है. नीट यूजी परीक्षा 2024 के नतीजे सामने आ चुके हैं और इस साल 50 प्रतिशत से भी ज्यादा स्टूडेंट्स ने यह एग्जाम क्लियर किया है. रैंक और कटऑफ के आधार पर उम्मीदवार मेडिकल कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं. अगर आपने इस साल नीट परीक्षा दी है और मेरिट लिस्ट में आपका नाम है तो यह जान लीजिए कि अब अगला कदम क्या होगा. नीट रिजल्ट जारी होने के बाद अब एडमिशन होने तक का पूरा प्रोसेस क्या है?

नीट रिजल्ट जारी होने के बाद एनटीए द्वारा कैटगरी वाइज कटऑफ निकाली जाती है. इस साल की कटऑफ जारी हो चुकी है. आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनरल कैटगरी की कटऑफ में इजाफा हुआ है. नीट रिजल्ट आने के बाद स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जाती है, जिसमें स्टूडेंट को मार्क्स के आधार पर सीट दी जाती है. कुछ दिनों बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, एनटीए जल्द ही काउंसलिंग शेड्यूल जारी करेगा. काउंसलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स को पहले एनटीए की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा.

यह भी पढ़ें: NEET UG 2024 Cutoff: बढ़ गई नीट यूजी की कटऑफ, यहां देखें कैटेगरी वाइज पूरी लिस्ट

Choice Filling: सफल रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने अकाउंट में लॉग इन करें और च्वॉइस फिलिंग ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. यहां, आप अपने NEET UG रैंक के आधार पर उपलब्ध विकल्पों में से अपने पसंदीदा कॉलेजों और कोर्स का चयन करना होगा.

Advertisement

Locking Choices: एक बार जब आप अपने च्वॉइस फिल कर दें, तो अपनी प्राथमिकताओं को लॉक करने से पहले उनकी सावधानीपूर्वक समीक्षा करें. बाद में किसी भी बदलाव से बचने के लिए तय समय सीमा से पहले अपने चयन को अंतिम रूप देना सुनिश्चित करें.

यह भी पढ़ें: यूपी के दो लड़कों का कमाल...नीट की कठ‍िन परीक्षा में पाए 720 में 720 नंबर, जानिए- स्ट्रेटजी

Mock Seat Allocation: उम्मीदवारों को संभावित सीट अलॉटमेंट का अंदाजा देने के लिए मेडिकल काउंसिल कमेटी (MMC) एक मॉक सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया आयोजित करेगा. यह कदम उम्मीदवारों को वास्तविक सीट अलॉटमें से पहले अपनी संभावनाओं का आकलन करने और सूचित निर्णय लेने की परमिशन देता है.

Mock Seat Allocation: अगर जरूरी हो, तो उम्मीदवार मॉक सीट अलॉक्शन के बाद अपनी पसंद को एडिट या बदलाव कर सकते हैं. परिणामों के आधार पर, आप अपनी पसंदीदा सीट पाने की संभावना बढ़ाने के लिए अपनी प्राथमिकताओं को पुनर्व्यवस्थित कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें: NEET UG में इन 67 टॉपर्स का 99.997 स्कोर, 14 लड़कियां भी शामिल, देखें पूरी लिस्ट

Final Seat Allotment: एमसीसी भरे गए विकल्पों, नीट यूजी रैंक और संबंधित कॉलेजों में सीटों की उपलब्धता के आधार पर फाइनल सीट अलॉटमेंट करेगा. एक बार सीटें अलॉट हो जाने के बाद, उम्मीदवार अपने अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड कर सकते हैं और नामित संस्थान में एडमिशन प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ सकते हैं. अलॉटमेंट लेटर के बाद कॉलेज से संपर्क करके फीस और डॉक्यूमेंट्स जमा करना, आदि प्रोसेस पूरा करना होता है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement