UGC Duel Degree Scheme 2022: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने अब छात्रों को एक ही समय में दो अलग-अलग यूनिवर्सिटी से अलग-अलग डिग्री हासिल करने की अनुमति दी है. छात्र इन डुअल डिग्री प्रोग्राम के लिए आगामी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से आवेदन कर सकेंगे. डिग्री एक ही विश्वविद्यालय या अलग-अलग विश्वविद्यालयों से प्राप्त की जा सकेगी. इसके लिए UGC की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इच्छुक छात्र पूरी जानकारी पहले यहां चेक कर लें.
छात्रों को एक डिप्लोमा प्रोग्राम और एक यूजी प्रोग्राम, दो मास्टर्स प्रोग्राम या दो ग्रेजुएट प्रोग्राम एक साथ करने की अनुमति होगी. PG कोर्स के लिए आवेदन करने के पात्र छात्र यदि चाहें तो UG डिग्री प्रोग्राम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं. इससे छात्र को ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों कोर्स एक साथ करने की अनुमति मिलेगी. हालांकि, यह सुनिश्चित करना जरूरी होगी कि कक्षाओं के समय में कोई क्लैश न हो.
UGC Duel Degree Scheme 2022: ये हैं जरूरी गाइडलाइंस
- ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL)/ऑनलाइन मोड के तहत डिग्री/डिप्लोमा कोर्स उन्हीं संस्थानों के साथ कर सकेंगे जो UGC/सांविधिक परिषद/भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं.
- आधिकारिक नोटिस के अनुसार, "छात्र एक साथ 2 अकादमिक कोर्सेज़ को पूरा कर सकते हैं. इसमें एक फुल टाइम फिजिकल मोड में और दूसरा ODL/ऑनलाइन मोड में, या एक साथ दोनों ODL/ऑनलाइन मोड में हो सकते हैं.''
- ध्यान दिया जाना चाहिए कि ये दिशानिर्देश PhD को छोड़कर सभी एकेडमिक प्रोग्राम्स के लिए लागू होंगे.
UGC Duel Degree Scheme 2022: इन 3 तरीकों से कर सकेंगे डुअल डिग्री
- दोनों डिग्री फिजिकल मोड में हों, मगर क्लासेज़ के टाइम आपस में क्लैश न हों.
- एक फिजिकल मोड में और एक ऑनलाइन या ओपन डिस्टेंस लर्निंग, ओडीएल मोड में हो.
- दोनो कोर्स ऑनलाइन या ओडीएल मोड में हों.
क्या सभी यूनिवर्सिटीज़ से कर सकेंगे डुअल कोर्स?
नहीं. एक बार आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी हो जाने के बाद, विश्वविद्यालयों को यह तय करने की छूट दी जाएगी कि वे डुअल-डिग्री प्रोग्राम ऑफर करना चाहते हैं या नहीं. प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड और दो डिग्री चुनने की उपलब्धता भी संबंधित विश्वविद्यालयों द्वारा तय की जाएगी. जो विश्वविद्यालय अपने कॉलेजों में टू-डिग्री योजना को लागू करेंगे, केवल वहीं से इसका लाभ लिया जा सकेगा.
क्या अलग-अलग स्ट्रीम के कोर्स कर सकेंगे?
हां. स्टूडेंट्स किसी भी स्ट्रीम के कोर्सेज़ को एक साथ पढ़ने का विकल्प चुन सकते हैं. छात्र अपनी रुचि के आधार पर अपने डिग्री डोमेन का चयन कर सकते हैं. छात्रों के चयन के लिए विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, आर्ट्स, ह्यूमेनिटीज़ समेत सभी विषय उपलब्ध होंगे. हालांकि, यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा है कि डुअल डिग्री योजना के लिए दिशानिर्देश केवल स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमा कोर्सेज़ पर लागू होंगे. MPhil और PhD कोर्स इस योजना में शामिल नहीं होंगे.
दोनो कोर्सेज़ में कैसे पूरी होगी अटेंडेंस?
अटेंडेंस पॉलिसी यूनिवर्सिटी द्वारा ही निर्धारित की जाएगी. यूजीसी के अध्यक्ष ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि आयोग की तरफ अटेंडेंस के नियम निर्धारित नहीं किए जाएंगे. छात्रों को परीक्षा में बैठने और दोनों कोर्सेज़ की पढ़ाई पूरी करने में सक्षम होने के लिए कोई भी मानदंड संबंधित विश्वविद्यालयों द्वारा ही निर्धारित किया जाएगा.
क्या होगा एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया?
इस दो-डिग्री कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया यानी पात्रता मानदंड की पूरी जानकारी तब स्पष्ट होगी जब आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और यूनिवर्सिटी उनके मानदंड की समीक्षा करेंगे. विशेष रूप से CUET 2022 के आने के साथ, अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज़ में एडमिशन का क्राइटेरिया भी बदल जाएगा. अधिक और विस्तृत जानकारी UGC की आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in पर अपडेट की जाएगी.