बलिया के एक रिटायर्ड इंजीनियर ने 82 साल की उम्र में म्यूजिशियन बनने का सपना पूरा करने के लिए पीएचडी में दाखिला लिया है. इस उम्र में कॉलेज में प्रवेश लेकर उन्होंने दिखा दिया है कि अगर आपके भीतर कुछ करने का जुनून हो तो बढ़ती उम्र भी रोड़ा नहीं बन सकती.
एक इंजीनियर के रूप में दशकों लंबे करियर के बाद 82 वर्षीय जगदीश प्रसाद शर्मा का संगीत के प्रति प्रेम उन्हें वापस कॉलेज ले आया है. शर्मा ने संगीतकार बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए यहां मुरली मनोहर टाउन डिग्री कॉलेज में दाखिला लिया है. वो संगीत में पीएचडी कर रहे हैं.
शर्मा ने बुधवार को पीटीआई-भाषा से कहा कि मुझे बचपन से ही संगीत में रुचि थी लेकिन जीवन की परिस्थितियों के कारण मैं इस क्षेत्र में अपना करियर नहीं बना सका. उन्होंने कहा कि उनका रुझान भी इंजीनियरिंग की ओर था और उन्होंने लखनऊ के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया.
अपना डिप्लोमा पूरा करने के बाद, उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू कर दिया. कॉलेज लौटने के अपने फैसले पर शर्मा ने कहा कि इंसान का शौक हमेशा जीवित रहना चाहिए क्योंकि वो ही हमें जीने के लिए प्रेरित करता है. भले ही मैं बूढ़ा हो गया हूं, लेकिन संगीतकार बनने का मेरा सपना अभी भी युवा है.
मुरली मनोहर टाउन डिग्री कॉलेज के संगीत प्रोफेसर अरविंद उपाध्याय ने शर्मा के उत्साह की सराहना की. उपाध्याय ने कहा कि शर्मा लगन से संगीत सीख रहे हैं और वो कई सैकड़ों छात्रों को प्रेरित कर रहे हैं. अब वो इस उम्र में म्यूजिक से पीएचडी करके संगीतज्ञ बनने का अपना सपना पूरा करना चाहते हैं.