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CUET पास करके कैसे मिलेगा DU-JNU में एडमिशन? इसमें12वीं के मार्क्स का क्या रोल होगा, पूरा प्रोसेस समझ‍िए

CUET Admission Process: सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एडमिशन टेस्ट 2022 में देश की करीब 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने अपनाया. इस प्रक्र‍िया के तहत बीते साल इन यूनिवर्सिटीज में यूजी यानी स्नातक के दाख‍िले हुए. लेकिन इस साल देश के 292 विश्वविद्यालयों ने सीयूईटी को अपनाया है. जानिए सीयूईटी का एडमिशन प्रोसेस क्या है.

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प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
प्रतीकात्मक फोटो (Getty)

CUET 2023: बीते दो सालों में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 का असर श‍िक्षा जगत में साफ साफ नजर आने लगा है. तमाम आलोचनाओं का श‍िकार रहा सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एडमिशन टेस्ट 2022 में देश की करीब 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने अपनाया. इस प्रक्र‍िया के तहत बीते साल इन यूनिवर्सिटीज में यूजी यानी स्नातक के दाख‍िले हुए. लेकिन इस साल देश के 292 विश्वविद्यालयों ने सीयूईटी को अपनाया है. यही नहीं पीजी दाख‍िले में भी इस प्रक्र‍िया को कई विश्वविद्यालय लागू कर रहे हैं. 

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क्या है सीयूईटी
यह एक कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) है जिसका स्कोर आपको स्नातक दाख‍िला दिलाएगा. ये टेस्ट राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाती है. यूजीसी के अनुसार राज्यों के विश्वविद्यालय, प्राइवेट विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय भी इस प्रवेश परीक्षा के आधार पर अपने यहां एडमिशन दे सकते है.

CUET में नये बदलाव 
इस साल CUET 2023 के माध्यम से स्नातक के अलावा पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) और रिसर्च तीनों ही प्रोग्राम में एडमिशन दिया जाएगा. 

क्या है न्यूनतम अर्हता?
12वीं पास कोई भी स्टूडेंट सीयूईटी परीक्षा दे सकेगा. हालांकि, विभिन्न विश्वविद्यालय 12वीं के नंबर को भी दाखिले के पैमाने में शामिल कर सकते हैं. मसलन, ये विश्विद्यालय एडमिशन क्राइटेरिया के लिए सीयूईटी स्कोर के साथ-साथ 12वीं में न्यूनतम पर्सेंटेज भी तय कर सकते हैं. यूजीसी चेयरमैन के मुताबिक, चूंकि यूनिवर्सिटीज स्वायत संस्थाएं हैं, ऐसे में उन पर छोड़ दिया गया है कि 12वीं पास की न्यूनतम पर्सेंटेज क्या हो?

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12वीं के नंबर भी रखेंगे मायने 
क्या इसका मतलब ये है कि यूनिवर्सिटीज में दाखिले के लिए 12वें के नंबर पूरी तरह से अप्रासंगिक नहीं होंगे? इस सवाल के जवाब में यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि कोई भी 12वीं पास छात्र सीयूईटी एग्जाम में शरीक हो सकता है लेकिन किसी खास विश्वविद्यालय के खास अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए फलां यूनिवर्सिटी 12वीं में न्यूनतम पर्सेंटेज का मापदंड लागू कर सकती है. उदाहरण के तौर पर यूनिवर्सिटी A यह कह सकती है कि यूजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए सीयूईटी स्कोर के साथ-साथ 12वीं में न्यूनतम 60 फीसदी अंक जरूरी हैं. वहीं, यूनिवर्सिटी B सीयूईटी स्कोर के साथ-साथ 12वीं में न्यूनतम 70 फीसदी का मापदंड अपना सकती है. यानी विश्वविद्यालय अपने विवेक से यह पैमाना तय कर सकेंगे. 

एडमिशन कैसे मिलेगा?
सीयूईटी के जरिए देश की 90 यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लिए जाएंगे. इनमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी, डीम्ड यूनिवर्सिटी, प्राइवेट यूनिवर्सिटी और स्टेट यूनिवर्सिटी शामिल हैं. जेएनयू, जामिया और दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत सभी विश्वविद्यालय अपनी अलग अलग काउंसलिंग कराएंगे. सीयूईटी रिजल्ट आने के बाद आपको अपने CUET स्कोर के आधार पर यूनिवर्सिटीज में अप्लाई करना होगा. हर यूनिवर्सिटी कॉलेज वाइज और कोर्स वाइज अपना अलग-अलग कट-ऑफ जारी करेगी. अगर आप उस कट ऑफ में आते हैं तो आपको एडमिशन मिलेगा. यूनिवर्सिटीज अपने स्तर पर लिस्ट तैयार करेंगी, इसलिए सीयूईटी यूजी 2022 रिजल्ट के साथ एनटीए न तो कोई मेरिट लिस्ट जारी करेगा, न ही कट-ऑफ. यानी कोई टॉपर नहीं होगा

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सीयूईटी पैटर्न 

सेक्शन IA – 13 भाषाएं
सेक्शन IB – 20 भाषाएं
सेक्शन II – 27 डोमेन स्पेसिफिक विषय
सेक्शन III – जनरल टेस्ट

सिलेबस 
सेक्शन IA और सेक्शन IB में भाषा ज्ञान की जांच करने के लिए रीडिंग कंप्रीहेंशन पूछे जाएंगे.

सेक्शन II – डोमेन स्पेसिफिक विषय में सभी प्रश्न 12वीं के एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के अनुसार होगा.

सेक्शन III – General Test 
सामान्य ज्ञान
समसामयिक घटनाएं
सामान्य मानसिक योग्यता
संख्यात्मक योग्यता
क्वांटिटेटिव रीजनिंग
लॉजिकल एंड एनालिटिकल रीजनिंग

एक अभ्यर्थी कितने एग्जाम देगा 
बीते साल सेक्शन IA और सेक्शन IB में से एक अभ्यर्थी अधिकतम तीन भाषा चुन सकते थे. इसमें कुल 9 टेस्ट देने होते थे. अगर अभ्यर्थी 2 भाषा चुनते थे तो उसका टेस्ट इस प्रकार होता था. 2 भाषा + 6 डोमेन स्पेसिफिक विषय + 1 जनरल टेस्ट. वहीं अगर कैंडिडेट 3 भाषा चुनते थे तो उसका टेस्ट इस प्रकार होता था: 3 भाषा + 5 डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट + 1 जेनरल टेस्ट.

लेकिन इस साल विषयों /भाषाओं में से उम्मीदवार सभी तीन खंडों में से अधिकतम 10 विषयों का चयन करने की छूट दी गई थी. परीक्षा उम्मीदवारों और विषय विकल्पों की संख्या के आधार पर प्रतिदिन 3 पालियों (slot) में कई दिनों तक ये परीक्षा आयोजित की जाएगी. परीक्षा में प्रत्येक प्रश्र 5 अंक होगा और नेगेटिव मार्किंग की भी व्यवस्था रहेगी. एक गलत उत्तर पर 1 अंक काटे जाएंगे.

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