How to Become Fashion Super Model: दुनिया की जानी-मानी सुपर मॉडल नाओमी कैंपबेल 70 के दशक में पैदा हुईं. उन्होंने 15 साल की उम्र में मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा था. नाओमी को फैशन इंडस्ट्री में उनकी पीढ़ी की 6 सुपरमॉडल्स में से एक सुपर मॉडल कहा जाता है. वो 90 के दशक में मॉडलिंग क्षेत्र में आईं थी. नाओमी के उदाहरण से हम आपको यह बताना चाहते हैं कि कैसे तब से अब तक फैशन इंडस्ट्र्री में बड़ा अंतर आ चुका है. अब मॉडलिंग में करियर बनाने में कई मॉडलिंग और फैशन इंस्टीट्यूट मददगार की भूमिका में हैं. आज भी मॉडलिंग में करियर बनाना भले ही चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हर जेंडर के लिए समान अवसर हैं. आइए यहां जानते हैं कि आज के दौर में सुपर मॉडल बनने के लिए आपको कितना पढ़ा लिखा होना चाहिए. साथ ही मॉडलिंग के लिए आपमें और क्या खूबियां होनी चाहिए. उन बड़े संस्थानों के नाम भी जानिए जहां से आप एक मॉडल के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं. (फोटो सोर्स - इंस्टग्राम @naomi)
मॉडलिंग के लिए जरूरी स्किल्स
मॉडलिंग एक ऐसा क्रिएटिव करियर है जहां आपको ग्लैमर, फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में नाम और पहचान बनाने का मौका मिलता है. साथ ही अच्छी कमाई की जा सकती है. मॉडलिंग फील्ड में फिजीक, लुक और स्मार्ट होना बहुत जरूरी है. कंपनी के विज्ञापन से लेकर टीवी, मूवी और फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में ये स्किल्स काम आती हैं.
इन तीन तरह से फैशन मॉडलिंग में बनाया जा सकता है करियर
1. टेलीविजन मॉडलिंगः इसमें आपको मूवी कैमरों के सामने मॉडलिंग करनी पड़ती है. जिसका इस्तेमाल टीवी विज्ञापनों, सिनेमा, वीडियो, इंटरनेट में किया जाता है.
2. प्रिंट मॉडलिंगः इसमें स्टिल फोटोग्राफर्स मॉडल्स की तस्वीरें उतारते हैं, जिनका इस्तेमाल अखबार, ब्रोशर्स, पत्रिकाओं, कैटलॉग, कैलेंडरों आदि में किया जाता है.
3. शोरूम मॉडलिंगः शोरूम मॉडल्स आमतौर पर निर्यातकों, गारमेंट निर्माताओं और बडे़ रिटेलरों के लिए काम करते हुए फैशन को प्रदर्शित करते हैं.
मॉडलिंग में करियर बनाने के लिए कितनी चाहिए योग्यता?
अगर आप एक प्रोफेशनल मॉडल बनना चाहते हैं तो कम से कम किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पास होना चाहिए. सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या बैचलर डिग्री कोर्स भी कर सकते हैं. मॉडलिंग स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं, जहां 3 महीने से लेकर 4 साल तक के मॉडलिंग कोर्स कराए जाते हैं.
12वीं के बाद मॉडलिंग कोर्स कौन से हैं?
बीए इन क्रिएटिव आर्ट्स और डिजाइन (3 से 4 साल का)
क्रिएटिव आर्ट्स और डिजाइन में डिप्लोमा (1 साल)
फैशन स्टाइल में डिप्लोमा (1 साल) के अलावा कई सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं.
मॉडलिंग कोर्स कहां-कहां से कर सकते हैं?
जे.डी.इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन, मुंबई
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन,चंडीगढ़
आर.के फिल्म्स एंड मीडिया एकेडमी, नई दिल्ली
मॉडलिंग के लिए कितनी लंबाई होनी चाहिए?
फैशन शो के लिए, पुरुष मॉडल्स की हाईट आमतौर पर 5'10'' (178 सेमी) होती है. महिला मॉडल्स की हाईट 5'7'' (171cms) हो सकती है. मिस्टर इंडिया जैसे प्रतियोगिताओं में अक्सर पुरुष मॉडलों की लंबाई 5'7'' (171cms) से अधिक होनी चाहिए. प्रिंट विज्ञापनों और कॉमर्शियल मॉडलिंग के लिए कास्टिंग एजेंसियां 5'3'' (162cms) की न्यूनतम ऊंचाई वाली महिलाओं और 5'7'' (171cms) की न्यूनतम ऊंचाई वाले पुरुषों को पसंद करती हैं.
एक मॉडल की शुरुआती इनकम कितनी होती है?
भारत में एक मॉडल को आमतौर पर 30 से 35 हजार रुपये मिल जाते हैं. हालांकि, समय के साथ आपकी लोगों से पहचान बढ़ती है और कमाई के अवसर बढ़ने लगते हैं.
सुपर मॉडल बनने के लिए चाहिए ये 5 खूबियां
लुक्स
मॉडल्स को अपने विजुअल अपेयरेंस के मजबूत पहलुओं के बारे में जागरूक होने पड़ता है. उन्हें लगातार इन पहलुओं को कैमरे के सामने लाना आना चाहिए. आमतौर पर मॉडलिंग करियर के लिए एक फिट, टोंड बॉडी बनाए रखना जरूरी है.
जुनून
आप जो करते हैं उसका पैशन होना और कैमरे का सामना करने में प्रोफेशनल इंट्रस्ट होना बेहद जरूरी है. मॉडलिंग पूरी तरह से लुक के बारे में नहीं है. यह एक कला भी है जिसे लगातार प्रैक्टिस करने से डेवलेप करना पड़ता है.
टेक्निकल नॉलेज
वैसे तो यह मैंडेटरी नहीं है, फिर भी फोटोग्राफी, सिनेमैटोग्राफी, लाइटिंग, सेट डिजाइन, कॉस्ट्यूम और मेक-अप जैसे बेसिक नॉलेज आपको ट्रेंड टेक्नीशियंस के साथ आसानी से काम करने में मदद करेगा. एक अच्छा मॉडल फोटोग्राफर्स, कॉस्ट्यूम डिजाइनर और मेकअप आर्टिस्ट का काम आसान कर सकता है.
कॉन्फिडेंस
कैमरे के सामने और पीछे कॉन्फिडेंट पर्सनैलिटी होना बहुत जरूरी है. इससे आपको अपने मॉडलिंग करियर में सफल होने में मदद मिल सकती है. आपको हर तरह के कपड़े पहनने के लिए सबसे पहले कॉन्फिडेंट होना चाहिए. ताकि प्रेजेंटेशन के वक्त आप सहजता और शान से स्टेज पर जा सकें.
दृढ़ निश्चय
मॉडलिंग एक ऐसा फील्ड है जहां कॉम्पिटिशन काफी हाई होता है. इसलिए जब आप इस फील्ड में कदम रखते हैं तो रेगुलर काम मिलना मुश्किल हो सकता है. उस समय आपका धैर्य और सबसे ज्यादा दृढ़ निश्चय यानी पैशन के लिए डिटरमिनेशन काम आएगा. आपको लगातार अपने वर्क एक्सपीरियंस और अच्छा पोर्टफोलियो बनाने का प्रयास करना होता है. इसके अलावा डेली स्ट्रिक्ट डाइट और एक्सरसाइज फॉलो करना पड़ता है.