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करियर

NDA Exam: पहली बार इस परीक्षा में शामिल होंगी लड़कियां, सामने हैं ये चुनौतियां

प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
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सुप्रीम कोर्ट की ओर से बीते सप्ताह ही स्पष्ट कर दिया गया था कि नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में महिलाओं के प्रवेश को अगले साल तक टाला नहीं जा सकता. कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश को निरस्त करने से इनकार कर दिया. साथ ही कहा है कि इसी साल नवंबर महीने में होने वाली एनडीए की प्रवेश परीक्षा में महिलाओं को हिस्सा लेना है. अब महिलाओं के इस सर्विस में आने की कई चुनौतियां सामने हैं. 

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12वीं पास करके युवा प्रशिक्षण संस्थान नेशनल डिफेंस एकेडमी में साढ़े 16 से साढ़े 19 की उम्र में कड़ी चयन प्रक्रिया से गुजरकर प्रवेश पाते हैं. इन युवाओं का मेडिकली फिट होना अनिवार्य माना जाता है. कोर्ट में दिया हलफनामा मेड‍िकल फिटनेस की बड़ी चुनौती जाहिर करता है. जहां एनडीए में प्रवेश को लेकर पुरुष कैडेट के लिए पूरी प्रकिया और मेडिकल मानक बने हुए हैं. वहीं महिला कैडेट को लेकर ये प्रक्रिया जारी है और महिला कैडेट के एकेडमी में प्रवेश से पहले इसे पूरा किया जाना है.

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प्रवेश के लिए जो मानक हैं वो फिलहाल महिला उम्मीदवारों के लिए नहीं है. डायरेक्टोरेट जनरल आर्म्ड फ़ोर्सेज मेडिकल सर्विसेज और तीनों डिफेंस सर्विसेज नौ सेना, थल सेना और वायु सेना की विशेषज्ञों की टीम महिलाओं के लिए जरूरी मानक तैयार करेगी. ये तीनों सेनाएं अपने कामकाज और ऑपरेशनल जरूरतों के आधार पर युवाओं की उम्र और प्रशिक्षण जैसे मुद्दों और मानकों का निर्धारण करती हैं.

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NDA के माध्यम से महिलाओं को सशस्त्र बलों में शामिल करने की रक्षा मंत्रालय की योजना को चुुुनौती के तौर पर 10 प्रमुख बिंदुओं पर विचार कर रहा है. बता दें कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के माध्यम से सेना, नौसेना और वायु सेना में महिलाओं को शामिल करने पर अपने हलफनामे में रक्षा मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जो 10 प्रमुख बिंदु प्रस्तुत किए हैं, उसके 10 प्रमुख बिंदु यहां दिए गए हैं. महिला उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के माध्यम से मौजूदा धाराओं में तीनों रक्षा बलों में प्रवेश के लिए विचार किया जाएगा, केंद्र ने निम्नलिखित बिंदु निर्धारित किए हैं. 

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इसके अलावा अभी ये भी चुनौती है कि कितनी महिला उम्मीदवारों को पहली बार में प्रवेश दिया जाएगा. रक्षा मंत्रालय की ओर से इस बात का कोई विवरण नहीं दिया गया है कि कितनी महिला उम्मीदवारों को अनुमति दी जाएगी. हालांकि, भर्ती के पहलू पर मंत्रालय ने अस्पष्ट रूप से कहा है कि बुनियादी ढांचे की आवश्यकताएं और सुविधाओं का विस्तार एनडीए में प्रशिक्षित होने वाली महिला उम्मीदवारों की ताकत पर निर्भर करेगा.

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प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए, उम्मीदवारों को शारीरिक मानकों जैसे ऊंचाई, वजन आदि सहित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है. प्रवेश की उम्र में महिला उम्मीदवारों के लिए पुरुष उम्मीदवारों की तरह कोई समानांतर मानक नहीं होंगे. अब उनके मानकों को लेकर भी अथॉरिटी विचार कर रही है. महिला उम्मीदवारों को शारीरिक प्रशिक्षण के पहलुओं को अलग से तैयार करने की आवश्यकता है. महिलाओं के लिए अभ्यास, घुड़सवारी, तैराकी, खेल आदि के संबंध में पाठ्यक्रम और मानदंड अलग से तैयार करने होंगे. 

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रक्षा मंत्रालय महिला उम्मीदवारों के लिए फायरिंग, धीरज प्रशिक्षण, जमीन से दूर रहने आदि जैसे मापदंडों पर शारीरिक प्रशिक्षण में किसी भी तरह की कमी सशस्त्र बलों की युद्ध-योग्यता पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी. महिला उम्मीदवारों के आवास का एक प्रमुख पहलू पुरुष और महिला आवासीय क्षेत्रों के बीच मजबूत शारीरिक अलगाव होना चाहिए. स्थायी योजना के सफल होने तक महिला उम्मीदवारों के लिए केबिनों की संख्या (प्रत्येक कार्यकाल में वृद्धि के लिए खानपान) का विस्तार करना होगा. 

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वहीं इस मामले में शिक्षा को लेकर पाठ्यक्रम तय है लेकिन प्रशिक्षण के लिए जिन चरणों से पुरुषों को गुज़रना पड़ता है, जैसे- फ़ीजिकल और मिलिट्री ट्रेनिंग, खेल और अन्य एक्टीविटीज़ जो एक ऑफ़िसर कैडेट को एक प्रतिस्पर्धी ऑफ़िसर और सैनिक बनाने के लिए तैयार करती हैं, वो फिलहाल महिला उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध नहीं है. इन्हें अभी तैयार करना बाकी है. इस विषय पर आकलन करने की ज़रूरत है और इनकी ऑपरेशनलन तैयारी के लिए विशेषज्ञों के इनपुट की ज़रूरत है.

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