हर ऑफिस में सीनियर एक अहम भूमिका निभाता है. क्योंकि सीनियर को देखकर ही उनके जूनियर्स को काम करने की मोटिवेशन मिलती है. अगर इस अप्रेजल के बाद आपको सीनियर का पद मिल गया है तो अपने जूनियर्स के सामने कैसे बन सकते हैं आप परफेक्ट सीनियर, ये जरूर जान लें...
गलतियां सुधारने के लिए रहें तैयार
क्योंकि सीनियर भी कभी जूनियर था... इस बात को हमेशा याद रखें. आपका जूनियर अगर गलतियां करे तो उसे इस बात का विश्वास दिलाएं कि आप खड़े हैं उनकी गलतियां सुधारने के लिए.
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गाइड करते रहें
एक चीज हमेशा याद रखें कि आपके जूनियर्स आपकी जिम्मेदारी हैं. वो भविष्य में कितना बेहतर करेंगे, ये आपकी दी हुई गाइडेंस पर निर्भर करता है. इसलिए अच्छा काम कैसे करना है इसके लिए उन्हें गाइड करते रहें.
समझें उनकी प्रॉब्लम
ऑफिस में उन्हें क्या दिक्कत है, भले ही वे आपसे शेयर ना कर पाएं. पर आपका हक है कि आप उनकी प्रॉब्लम को समझें. सिर्फ वर्क रिपोर्ट और काम करवाना ही एक सीनियर का काम नहीं है.
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काम को बढ़ावा दें
अगर आपका जूनियर अपने काम को इंप्रूव करने की कोशिश कर रहा है या फिर नए आइडिया आपके सामने रख रहा है तो उनके आइडिया की तारिफ करें. ऐसा करने से उनमें सेल्फ कॉन्फिडेंट बढ़ेगा.
कंफर्टेबल फील कराएं
काम को लेकर आप सीरियसनेस बरत रहें है, ये ठीक है. लेकिन हमेशा सीरियस रहना ठीक नहीं. जूनियर्स के साथ थोड़ा हंसी-मजाक कर आप उन्हें कंफर्टेबल फील करा सकते हैं.
ना चिल्लाएं सबके सामने
जूनियर है. जाहिर सी बात है गलतियां करेगा. लेकिन अगर वह कोई गलती कर भी दे, तो सबके सामने ना डांटकर आप अकेले में प्यार से समझा दें. अगर आप सबके सामने डांटेंगे तो शायद उन्हें शर्मिंदगी महसूस हो. जिससे काम से उनका फोकस हट सकता है.
बेजान ऑफिस डेस्क में यूं भरें जान...
काम करने की आजादी दें
हर किसी का काम करने का अंदाज अलग होता है. जाहिर सी बात है उनका भी तरीका अलग होगा. इसलिए जब वह काम करें तो उन्हें एकदम फ्री छोड़ दें. फिर देखिए, कैसे क्रिएटिविटी बाहर निकलती है.
समझाएं काम की अहमियत
काम को लेकर अगर उनका फोकस हट जाए तो उन्हें समय-समय पर काम की अहमियत जरूर समझाते रहें. क्योंकि आज नहीं तो कल वो भी जूनियर से सीनियर बन ही जाएंगे.