Career Benefits of History Subject: देश के ज्यादातर केंद्रीय और राज्य बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट आ चुके हैं. अब जिन्होंने कक्षा 12वीं की परीक्षा पास कर ली है, उनके लिए अपने करियर का चुनाव करने का सही समय है. यहां हम ह्यूमेनिटी स्ट्रीम के छात्रों के लिए इतिहास विषय से पढ़ाई करने के बाद करियर विकल्पों के बारे में बता रहे हैं.
सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज के प्रो हीरामन तिवारी aajtak.in से बातचीत में कहते हैं कि हिस्ट्री एक बहुत वृहद विषय है, इसका चुनाव छात्र के लिए करियर के तमाम रास्ते खोलता है. कोई छात्र अगर 12वीं के बाद हिस्ट्री से पढ़ाई शुरू करता है तो उसके लिए आने वाले सालों में यूपीएससी से लेकर शैक्षणिक क्षेत्र में करियर के कई रास्ते खुलते हैं. यही नहीं, यूजी कोर्स में हिस्ट्री से पढ़ने वाले आगे चलकर जनर्लिज्म की पढ़ाई करके भी अपनी फील्ड में बहुत बेहतर कार्य करते हैं.
पुरातत्व (Archaeology) में बनाएं करियर
आर्कलॉजी में एंशिएंट इंडियन कल्चर, एंशिएंट इंडियन हिस्ट्री एंड आर्कलॉजी, आर्कलॉजी एंड म्यूजोलॉजी में बीए की डिग्री लेकर आप इस फील्ड में बेहतर करियर बना सकते हैं. एक पुरातत्वविद् का कार्य रीसर्च या फील्ड-संबंधी हो सकता है. इसमें आप मुद्राशास्त्री कहे जाने वाले सिक्कों के विशेषज्ञ या शिलालेखों को समझने वाले पुरालेखशास्त्री हो सकते हैं.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) पुरातत्वविदों को नियुक्त करता है, और इसे 3,600 स्मारकों, विभिन्न राज्य सरकारों के पुरातत्व विभाग, विरासत निकायों, संग्रहालयों और अन्य अनुसंधान संस्थानों के रखरखाव का काम सौंपा गया है.
यूपीएससी तैयारी में है खास रोल
सिविल सेवा परीक्षा, विशेष रूप से मेंस एग्जाम के लिए इतिहास हमेशा से एक पसंदीदा विषय रहा है. हालांकि ये विशाल सिलेबस है, लेकिन इसके कई फायदे भी है, जैसे विषयों को अच्छे से समझने और उन्हें एब्जॉर्ब करने में आसान है. इसमें स्टडी मैटीरियल की कोई कमी नहीं है और इतिहास जनरल स्टडीज पेपर के एक मेन सेगमेंट को कवर करता है. इतिहास के स्टूडेंट्स के लिए यूपीएससी की डगर काफी आसान हो जाती है.
म्यूजियम क्यूरेटर्स के जॉब भी हैं खास
आर्कोलॉजी एंड म्यूजियोलॉजी में बैचलर से लेकर डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा के कई कोर्स यूनिवर्सिटीज में मिल जाएंगे. इन्हें करके आप म्यूजियम क्यूरेटर्स नैचुरल हिस्ट्री, मेटल्स, टेराकोटा और पेंटिंग्स जैसे क्षेत्रों में एक्सपर्ट होते हैं. ये स्ट्रीम एक क्रिएटिव स्ट्रीम के तौर पर बहुत फेमस है. म्यूजियम क्यूरेटर्स का मुख्य काम खोजी गई मूर्तियों, पेंटिंग्स और मेटल्स को बचा के रखने का होता है.
हिस्टोरियन, इतिहास विशेषज्ञ से लेकर प्रोफेसर तक के जॉब
हिस्ट्री से बीए ऑनर्स या बीएड के बाद आपके सामने हिस्टोरियन या हिस्ट्री एक्सपर्ट बनने की काबिलियत आ जाती है. हिस्टोरियन बनकर इतिहास का अध्ययन और शोध करके रिसर्च को लिखित रूप में प्रकाशित करते हैं. इतिहासकार बनने के लिए हिस्ट्री में ग्रेजुएशन होना जरूरी है. इसके बाद पॉलिटिकल हिस्ट्री या मिलिट्री हिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट्स में मास्टर्स कर सकते हैं.
हिस्ट्री एक्सपर्ट की मार्केट में बहुत डिमांड है. मूवी प्रोडक्शन हाउसेज से लेकर कॉस्ट्यूम और ज्वेलरी डिजाइनरों के बीच हिस्ट्री के एक्सपर्ट की बहुत मांग रहती है. आजकल हिस्ट्री के ऊपर बनने वाली मूवीज के सेट डिजाइन करने के लिए भी हिस्ट्री एक्सपर्ट की मदद ली जाती है. इसके अलावा हिस्ट्री टीचर बनने के भी ऑप्शन हैं.