12वीं के बाद आप किस फील्ड से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करेंगे, यह सबसे अहम फैसला होता है. भविष्य में आप जिस भी फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं उसकी तैयारी 12वीं के बाद शुरू हो जाती है. कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई वकील, इंजीनियर आदि. कई छात्र ऐसे हैं जो न्यायपालिका की ओर जाते हैं. अगर आप उनमें से एक हैं तो यह खबर आपके काम की है. आज हम आपको बताएंगे कि वकालत करने के लिए आपको क्या करना होगा और किस फील्ड में स्नातक की डिग्री लेनी होगी.
वकालत किसी व्यक्ति या समूह द्वारा की जाने वाली एक गतिविधि है जिसका उद्देश्य राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संस्थानों के भीतर निर्णय लेना होता है. अगर आप लॉयर बनना चाहते हैं 12वीं के बाद किसी भी फील्ड में ग्रेजुएशन कर सकते हैं लेकिन इसके साथ आपको एलएलबी (Bachelor of Legislative Law) की डिग्री लेनी होगी. यह आप 6 साल में भी पूरा कर सकते हैं और 5 साल में भी, आपके पास 2 ऑप्शन हैं. आइए जानते हैं कैसे.
ग्रेजुएशन के साथ भी ले सकते हैं एलएलबी की डिग्री
इसके लिए आप B.com+LLB, BBA+LLB, B.Tech+LLB, BA+LLB, Bsc+LLB में ग्रेजुएशन कर सकते हैं. देश में कई ऐसे नामी कॉलेज हैं जो ग्रेजुएशन के साथ एलएलबी कराने के लिए CLAT की परीक्षा करवाते हैं. इसका अर्थ है कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट. इसमें अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, कानूनी योग्यता, रीजनिंग और गणित जैसे विषय शामिल होते हैं. 12वीं के बाद अच्छे कॉलेज से ग्रेजुएशन+एलएलबी करने के लिए CLAT का एग्जाम देना होगा. इसके लिए आप कोचिंग का सहारा ले सकते हैं.
अगर आप किसी भी फील्ड में ग्रेजुएशन करेंगे और फिर आप एलएलबी करेंगे तो यह दोनों कोर्स पूरे करने में आपको 6 साल का समय लग जाएगा. इसलिए अधिकतर छात्र ग्रेजुएशन+एलएलबी के ऑप्शन की तरफ जाते हैं. अब आइए जानते हैं कि ग्रेजुएशन और एलएलबी करने के बाद जज और वकील बनने का क्या प्रोसेस है.
एलएलबी करने बाद वकील कैसे बनें
एलएलबी की डिग्री लेने बाद तुरंत वकील नहीं बन सकते. इसके लिए आपको कोर्ट में प्रैक्टिस करनी होगी. बता दें कि कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए भी आपको 'ALL India Bar Exam' की परीक्षा क्लियर करनी होती है, इसके बाद ही आप प्रैक्टिस के लिए कोर्ट में प्रेवश कर सकते हैं. इस परीक्षा को क्लियर करने के बाद आप एडवोकेट बन जाएंगे. इस स्टेज पर अगर आप जज बनना चाहते हैं तो वकालत में 7 साल की प्रैक्टिस करने बाद आपको एक परीक्षा और देनी होगी, जिसका नाम है 'Higher Judicial Services'. इस परीक्षा को क्लियर करने के बाद वकील की पहली पोस्टिंग 'District Judge' के पद से होती है. यह तो हो गई वकील और वकील बनने के बाद जज बनने की पूरी प्रक्रिया. अब आइए जानते हैं कि एलएलबी के बाद सीधे जज कैसे बना जाता है.
एलएलबी करने के बाद जज कैसे बनें
जज बनने के लिए भी आपके पास एलएलबी की डिग्री होना जरूरी है. एलएलबी करने के बाद आप अगर वकालत नहीं करना चाहते हैं तो आप 'Judicial Services Examination' (PCS J), सहायक अभियोजन अधिकारी (Assistant prosecution officer), पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) या बैंकिंग सेक्टर (SO Exam) का एग्जाम दे सकते हैं. जज बनने के लिए आपको अपने राज्य से जज की परीक्षा देनी होगी. आप जिस राज्य से परीक्षा क्लियर करेंगे आप उस राज्य के ही किसी कोर्ट में जज बन सकते हैं. यह परीक्षा क्लियर करने के बाद आप जिला जज की पोस्ट से रिटायर होंगे. वहीं, अगर आप 7 साल वकालत करने के बाद 'Higher Judicial Services' का एग्जाम देंगे तो आपकी नौकरी की पहली पोस्ट ही जिला जज होगी.
एलएलबी करने के बाद प्रोफेसर कैसे बनें
वहीं, अगर आप एलएलबी करने के बाद ना तो जज बनना चाहते हैं और ना ही वकील तो आप टीचिंग की लाइन ज्वॉइन कर सकते हैं. इसके लिए आपको एलएलबी के बाद एलएलएम (Legum Magister) करना जरूरी है. एलएलएम की डिग्री लेने के बाद आपको पीएचडी करनी होगी. इसके बाद ही आप इस फील्ड में असिसटेंट प्रोफेसर बन सकते हैं.