एक नौकरी में जितनी जरूरी सैलरी होती है उतना ही जरूरी होता है 'अप्रेजल'इन दिनों 'अप्रेजल सीजन' चल रहा है. ये वो समय है जब हर एक एम्पॉलय को साल भर की परफॉर्मेंस का ब्यौरा 2 पेज के 'अप्रेजल फॉर्म' में लिख कर देना पड़ता है. अगर आप भी इस साल अपना पहला 'अप्रेजल फॉर्म' भर रहे है तो इन बातों का रखें खास ध्यान.
1. भाषा का चयन
आप 'अप्रेजल फॉर्म' में जो भी लिख रहे है याद रखें आपकी भाषा स्पष्ट और कसी हुई हो. गलत भाषा के प्रयोग और स्पेलिंग की गलतियों से बचें.
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2. पैनी नजर
जैसे स्कूल में सिंगल मार्क-शीट के नम्बर के दम पर आप अगली क्लास में प्रवेश करते है, ठीक उसी तरह 'अप्रेजल फॉर्म' के दम पर आप अगली उंचाइयों पर पहुंचते है. 'अप्रेजल' सिर्फ सैलरी बढ़ाने का जरिया नहीं है. बल्कि ये वो फॉर्म है जिसके जरिए आप अपनी साल भर की मेहनत दिखाते है. इसलिए फॉर्म में आप जो भी अचींवमेंट लिख रहे है उन पर अपनी पैनी नजर जरूर रखें.
3. पॉइंट्स में लिखे
जब आप 'अप्रेजल फॉर्म' में अपने अचींवमेंट का ब्यौरा लिख रहे है तो लंबे-लंबे वाक्य ना लिखकर cut-too-cut पॉइट्स में लिखे. इससे आपके सीनियर को समझने में आसानी होगी.
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3. बढ़ा-चढा कर ना लिखें
साल भर में आपने जितनी मेहनत की है वह आपसे से बेहतर कोई नहीं जानता. तो भूल से भी अपनी अचींवमेंट को बढ़ा-चढा कर ना लिखे. इससे आपके अप्रेजल में परेशानी आ सकती है.
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4. कलिंग्स की बुराई से बचें
आप काम क्यों नहीं कर पाए. शायद ये सवाल आपके 'अप्रेजल फॉर्म' में पुछा जाए. उसमें गलती से भी अपने कलिंग्स को ना घसीटें. ऐसा करना आपके लिए माइन्स पॉइंट साबित हो सकता है.