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अग्निवीर रैली में शामिल होने भोपाल पहुंच रहे हजारों युवा, अग्निपथ स्‍कीम पर बताई राय

Agniveer Recriutment 2022: इसी साल जब मोदी कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी तब इस योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में काफी नाराजगी देखने को मिली थी. आजतक ने भी अग्निपथ के उम्मीदवारों से बात की तो उनसे मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं. जानें क्‍या है उम्‍मीदवारों का कहना.

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Bhopal Agniveer Bharti 2022
Bhopal Agniveer Bharti 2022

Agniveer Recriutment 2022: केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना के तहत देश की आर्म्ड फोर्सेस में भर्ती के लिए भोपाल में अग्निवीर भर्ती  रैली का आयोजन हो रहा है. इस भर्ती  रैली के लिए 44 हज़ार युवाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. भोपाल समेत छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम, सीहोर, रायसेन, विदिशा जिलों से युवा सेना में भर्ती होने का सपना लिए रात से भोपाल पहुंचना शुरू हो रहे हैं.  

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'आजतक' की टीम भी देर रात भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पहुंची जहां बड़ी संख्या में युवा मैदान के भीतर जाने का इंतजार कर रहे थे. मैदान के भीतर पहले सभी युवाओं को कतारबद्ध तरीके से बैठाया गया और उन्हें अपने-अपने डाक्यूमेंट्स को साथ में रखने के लिए कहा गया. यहां लगातार सेना के अधिकारी अनाउंसमेंट कर रहे थे कि भर्ती के लिए आए उम्मीदवार किसी के बहकावे में ना आएं.

मैदान में सबसे पहले बाहरी घेरे में उम्मीदवारों को जमा किया जाता है. देर रात उनकी ऊंचाई जांचने के बाद बैचेस में बांटकर तड़के भर्ती दौड़ शुरू की जाती है. आपको बता दें कि इसी साल जब मोदी कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी तब इस योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में काफी नाराजगी देखने को मिली थी. आजतक ने भी अग्निपथ के उम्मीदवारों से बात की तो उनसे मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं. 

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4 साल का कार्यकाल काफी नहीं- उम्मीदवार
उम्मीदवारों की भीड़ में बैतूल से आए करण ने बताया कि '4 साल की नौकरी काफी नहीं है क्योंकि मेहनत करके फौज लायक बनने के लिए ही 4 साल लग जाते हैं. 4 साल के लिए यदि हम सेना में लग भी जाते हैं तो उसके बाद क्या करेंगे? 17 साल की जो नौकरी फौज में होती थी कम से कम उसके बाद लाइफ सिक्योर रहती थी लेकिन अग्निवीर के बाद जब हमारा काम खत्म हो जाएगा और हमारी आयु सीमा भी खत्म हो जाएगी तो हम क्या करेंगे?'

वहीं बैतूल से आए एक अन्य उम्मीदवार ने बताया, 'हम अपने घर की परिस्थिति को देखकर यहां अग्निवीर भर्ती रैली में आए हैं. मेरी 12वीं की परीक्षा का नतीजा आया और यह कॉलेज का मेरा पहला साल है, लेकिन मेरे घर की स्थिति अच्छी नहीं इसलिए मुझे नौकरी की सख्त जरूरत है.'

सीहोर जिले के इछावर से आए राजपाल सिंह ठाकुर और अजय वर्मा ने बताया कि बचपन से उनका सपना था सेना में जाने का और इसके लिए लंबे समय से वह तैयारी भी कर रहे थे. पिछले 2 सालों से सेना में भर्ती नहीं निकली थी लेकिन अग्निवीर भर्ती की घोषणा होते ही उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा लिया. जब उनसे पूछा गया की अग्निवीर में सिर्फ 4 साल काम मिलेगा उसके बाद वह क्या करेंगे तो इन युवकों का कहना था कि कार्यकाल खत्म होने के बाद जो रुपये मिलेंगे उससे कुछ काम शुरू किया जाएगा.

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जब कुछ युवकों से पूछा गया कि इस योजना को लेकर काफी हंगामा प्रदर्शन हुआ था, तो उन्होंने कहा उनमें से ज्यादातर वो लोग थे जो आयु सीमा को पार कर चुके हैं और इसलिए ऐसे लोगों के बहकावे में आने से बचा जाए. अजय वर्मा ने बताया कि 'तैयारी तो उन्होंने फौज की परमानेंट नौकरी के लिए की थी लेकिन 4 साल के लिए भी नौकरी मिल रही है तो अच्छा है. हमारे बाद दूसरों को भी मौका मिलेगा. कार्यकाल पूरा होने के बाद जो पैसे मिलेंगे उससे देखा जाएगा क्या काम किया जा सकता है. सरकार अगर यह योजना लेकर आई है तो कुछ सोच समझकर ही लाई होगी.'

बता दें, भोपाल में अग्निवीर भर्ती  रैली को भरपुर समर्थन मिल रहा है. युवा बड़ी संख्या में भर्ती रैली में शामिल हो रहे हैं. 10 दिनों तक चलने वाली भर्ती रैली के लिए कुल 44 हज़ार युवाओं रजिस्ट्रेशन करवाया है. 

आपको बता दें कि इस साल सेना में कुल 40 हज़ार अग्निवीर सैनिकों की भर्ती की जानी है. इनमें से पहले चरण में 25 हज़ार तो वहीं दूसरे चरण में 15 हज़ार अग्निवीर आर्म्ड फोर्सेस में शामिल होंगे लेकिन इन 40 हज़ार पदों के लिए लाखों युवा मैदान में हैं.

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