नौकरियों की तलाश करने वालों के लिए बड़ी खबर. देश में काम कर रही ऑनलाइन रिटेल कंपनियां बड़े पैमाने पर रोजगार देने की तैयारी में हैं. एक आर्थिक पत्र ने लिखा है कि देश की 10 बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनियां इस वित्त वर्ष में 60,000 लोगों को नौकरियां देने की तैयारी में हैं.
यह रोजगार ऑनलाइन रिटेलिंग के सभी क्षेत्रों में उपलब्ध होगा. एक रिसर्च कंपनी ईटेलिंगइंडिया के संस्थापक आशीष झलानी ने पत्र को बताया कि एक लाख लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार मिल सकता है लेकिन 60,000 नौकरियों के बारे में पक्के तौर पर कहा जा सकता है.
दरअसल ऐसा इसलिए संभव होगा कि देश में ऑनलाइन रिटेल तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस समय इसमें 12 अरब डॉलर का कारोबार होता है लेकिन 2020 तक यह बढ़कर 75 अरब डॉलर तक जा पहुंचेगा. इस बढ़ोतरी के लिए कंपनियों को हर तरह से तैयार रहना होगा.
इसके लिए कई कंपनियां अपने स्टॉफ की तादाद बढ़ाकर दोगुनी करेंगी. फ्लिपकार्ट बड़े पैमाने पर इंजीनियरों को नौकरियां देगी. कंपनी 13,000 से 25,000 लोगों को रोजगार देगी जबकि उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्नैपडील अपने कर्मचारियों की तादाद 1,300 से बढ़ाकर 2,600 करने का इरादा रखती है. वह 250 इंजीनियर भी बहाल करेगी.
विदेशी कंपनी एमेजॉन भारत में तेजी से अपने पैर पसार रही है और वह 8,000 से लेकर 10,000 लोगों को नौकरियां दे सकती है. इसी तरह मिन्त्राडॉटकॉम 500 लोगों को नौकरियां दे सकती है. जोमाटो भी अपने यहां 650 लोगों को रोजगार देगी जबकि जबोंग 750 को रोजगार देगी. इनके अलावा कई ऑनलाइन कंपनियां भी बड़े पैमाने पर रोजगार देने की तैयारी में हैं. छोटी-छोटी कंपनियों में भी हायरिंग होने की उम्मीद है. टैक्सीफॉरश्योर देश के 15 शहरों में अपने कार्यालय खोलने की तैयारी में है और वह 1500 लोगों को रोजगार देगी.