रिलायंस फाउंडेशन ने 393 छात्रों को स्कॉलशिप देने का ऐलान किया है. ये स्कॉलरशिप देश के उन छात्रों को दी जाएगी जो कि 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन करना चाह रहे हैं. यानी अंडर ग्रेजुएशन की पढ़ाई पढ़ने के लिए ये स्कॉलरशिप छात्रों की मदद करेगी.
वर्ष 1996 से शुरू हुए धीरूभाई अंबानी स्कॉलरशिप प्रोग्राम के जरिए अभी तक करीब 10,000 छात्रों को ये स्कॉलरशिप दी जा चुकी है. जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय और लक्षद्वीप जैसे दूर-दराज के इलाकों के छात्रों को मुख्यधारा में लाने के लिए ये स्कॉलशिप महत्वपूर्ण योगदान दे रही है.
सबसे पहले ये योजना 1996 में महाराष्ट्र और गुजरात से शुरू हुई थी. इसके बाद इसे देशभर में लागू कर दिया गया. फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी ने कहा, 'जिन 393 छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाएगी, उनमें से 50 फीसदी लड़कियां होंगी. इंजीनियरिंग, लॉ, सोशल साइंस जैसी फील्ड में अपना भविष्य संवारने का सपना देख रहे छात्रों को ये स्कॉलरशिप काफी अच्छा अवसर मुहैया करा रही है.'
उन्होंने कहा कि इस स्कॉलरशिप के तहत छात्रों को पूरे कोर्स की ट्यूशन फीस और अन्य कई तरह के भत्ते दिए जाते हैं.