कई कंपनियां अब नौकरी देने के लिए तेजी से नियुक्ति यानी ‘स्पीड हायरिंग’ के कॉन्सेप्ट को अपना रही हैं. इस कॉन्सेप्ट के तहत योग्य कैंडिडेट्स को सिर्फ 12 मिनट में ही छांट लिया जाता है.
ई-कामर्स और अन्य स्टार्ट अप (नई कंपनियां) को हायरिंग प्रोसेस में कम से कम समय लगे इसलिए ह्यूमन रिसोर्सेज मैनेजरों ने इस नई हायरिंग का तरीका तैयार किया है. इस प्रोसेस को स्नैपडील, ओला कैब्स, फूडपांडा, प्रैक्टो और डब्ल्यूएनएस जैसी कंपनियों ने समर्थन भी दिया है.
‘स्पीड हायरिंग ’ के तहत कैंडिडेट्स के ज्ञान की परीक्षा केवल 12 मिनट में कर ली जाती है और योग्य कैंडिडेट्स को ‘ऑफर लेटर’ जारी कर दिया जाता है.
ग्लोबल हंट के प्रबंध निदेशक सुनील गोयल ने कहा, ‘स्टार्ट-अप और नये दौर की कंपनियों में चीजें तेजी से बदलती हैं. हर पखवाडे परिदृश्य बदलता है और इसलिए निवेशकों को परिणाम दिखाना जरूरी होता है. ऐसे में नई हायरिंग के लिए ज्यादा समय लगाना प्रैक्टिकल नहीं हो सकता.’
कैंडिडेट्स के नॉलेज की जानकारी के लिए कोक्यूब्स टेक्नोलॉजी ने तीव्र ज्ञानात्मक क्षमता परीक्षण पद्धति (सीएएसटी) डेवलप की है. इसमें 50 मल्टीपल सवालों के आधार पर उम्मीदवारों के अंग्रेजी व्याकरण, अनुपात और प्रतिशत की गणना क्षमता और तर्क-वितर्क क्षमता का आकलन किया जाता है.
को क्यूब्स के सह-संस्थापक और सीईओ हरप्रीत सिंह ग्रोवर का कहना है कि सीएएसटी निश्चित रूप से स्टार्ट-अप के बीच काफी लोकप्रिय हैं. अब डब्ल्यूएनएस और एलियांज कोर्नहिल भी इसका इस्तेमाल कर रही हैं.’
इनपुट: भाषा