आज के दौर में नौकरी पाने के लिए 'कट थ्रोट कंपीटिशन' है. ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनसे आप अपने पंसद की नौकरी थोड़ी सी मेहनत कर आसानी से पा सकते हैं.
आमतौर पर किसी भी नौकरी के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट देना होता है, जिसे पास करने के बाद इंटरव्यू क्वालिफाई करना होता है और तब कहीं जाकर मिलती है नौकरी. सरकारी नौकरी के रिटन टेस्ट में एप्टीट्यूट टेस्ट तो आम बात है लेकिन अब प्राइवेट नौकरियों में भी स्टूडेंट्स का एप्टी चेक करके ही नौकरी पर रखा जाता है.
क्या है एप्टीट्यूड टेस्ट
एप्टीट्यूड टेस्ट का मकसद उम्मीदवार के टैलेंट को पहचानना होता है. इसे साइकोमेट्रिक टेस्ट भी कहते हैं. यह फिजिकल और मेंटल दोनों हो सकता है.
एप्टी पास करने के लिए 10 टिप्स:
1. पुराने प्रश्नपत्र हल करें: अगर आप एप्टीट्यूट टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं तो पिछले साल के पुराने प्रश्नपत्र जरूर सॉल्व करें. इससे ना सिर्फ आपकी प्रैक्टिस होगी बल्कि स्पीड भी बढ़ेगी. प्रैक्टिस करते वक्त समय सीमा का ध्यान रखें.
2. टाइम मैनेजमेंट: पूराने क्वेश्चन पेपर्स से प्रैक्टिस करने के कुछ दिनों बाद मॉक टेस्ट पेपर को सॉल्व करना शुरू करें. इससे आप अपने टाइम मैनेजमेंट स्किल को डेलवप कर सकेंगे.
3. पहले पांच सवालों पर फोकस करें: अगर आप कंप्यूटराइजड एप्टीट्यूड टेस्ट दे रहे हैं तो सबसे पहले शुरू के पांच क्वेश्चन को ध्यान से सॉल्व करें. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि कंप्यूटराइजड टेस्ट में शुरू के पांच क्वेश्चन काफी टफ होते हैं. अगर आपने इन पांचो क्वेश्चन के सही जवाब दे दिए तो आपके ओवरऑल स्कोर में बढ़त हो सकती है.
4. जवाब देने के पहले सवाल को अच्छे से पढ़ें: अकसर ऐसा देखा गया है कि एप्टीट्यूड टेस्ट में वर्ड्स और फ्रेजेज टिवस्ट कर दिए जाते हैं. ऐसे में आंसर मार्क करने में जल्दबाजी न करें. सवाल को अच्छे से पढ़ें तभी जवाब दें.
5. अगर किसी आंसर में शक हो तो डबल चेक करें: अगर किसी क्वेश्चन में कंफ्यूजन हो तो फाइनल आंसर मार्क करने से पहले कम से कम दो बार जरूर चेक कर लें.
6. सभी सवालों के जवाब दें: अगर आप सारे एप्टीट्यूड क्वेश्चन सॉल्व नहीं करते हैं तो सही जवाब देने के बावजूद आपके ओवरऑल स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में सभी सवालों के जवाब जरूर से जरूर दें.
7. निगेटिव मार्किंग से बचें: एप्टीट्यूड टेस्ट में दो केस देखे गए हैं. पहला ब्लैंक आंसर देने पर निगेटिव मार्क्स और दूसरा गलत आंसर देने पर निगेटिव मार्क्स. ऐसे में क्वेश्चन पेपर को ध्यान से पढ़ें और निगेटिव मार्किंग से बचें.
8. सीक्वेंस में क्वेशचन सॉल्व न करें: क्वेश्चन पेपर को सीक्वेंस में सॉल्व करने से बचें. हल्के सवालों को पहले सॉल्व करें, इससे न सिर्फ आपका टाइम बचेगा बल्कि कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा.
9. एग्जाम से पहले खुद का ध्यान रखें: एग्जाम में अच्छी परफॉर्मेंस देने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने स्वास्थ्य को हल्के में न लें. एग्जाम के एक दिन पहले 8 घंटे की नींद लें और स्वस्थ खाना खाएं.
10. विवरण इकट्ठा करें: किसी भी टेस्ट को क्लियर करने से पहले उस एग्जाम से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी के बारे में पता रखें.