
एम ए गणपति, आईपीएस ने आज 2021 को NSG के महानिदेशक का पदभार ग्रहण किया. गणपति उत्तराखण्ड कैडर के 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. एम ए गणपति ने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई से अर्थशास्त्र में स्नातक (1984) और जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से इंटरनेशनल स्टडीज में स्नात्तकोत्तर (1986) और दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी (2007) किया है. गणपति ने अपनी 34 वर्षों की सेवा के दौरान उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड राज्यों में पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रुप में सेवाएं दी है.
उन्हें चरमपंथियों और उग्रवादियों से निपटने तथा पुलिस से संबंधित विभिन्न चुनौतियों का सामना करने का अनुभव है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के लिए चयन होने पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक, स्पेशल क्राइम ब्रांच, नई दिल्ली के रुप में कार्य किया और बाद में उप महानिरीक्षक एंटी-करप्शन-।, दिल्ली के रुप में कार्य किया. उन्होंने उत्तराखण्ड में पुलिस महानिदेशक, क्राइम/लॉ एण्ड आर्डर के पद पर तथा बाद में उत्तराखण्ड पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक (प्रशासन) के रुप में अपनी सेवाएं दी.
उन्होंने गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव, आंतरिक सुरक्षा के रुप में अपनी सेवाएं दी हैं. इससे पहले उन्होंने तीन साल तक संयुक्त सचिव, लेफ्ट विंग एक्सट्रेमिज्म के पद पर भी कार्य किया. उन्हें पदोन्नति देते हुए महानिदेशक जैसे प्रतिष्ठित पद के लिए चुना गया और उन्होंने 30 अप्रैल, 2016 से 24 जुलाई, 2017 तक उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक के रुप में अपनी सेवाएं दीं.
एम ए गणपति को वर्ष 2002 में ‘सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक’ और वर्ष 2010 में ‘विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया. केंद्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान एम ए गणपति ने 25 जुलाई, 2017 को केंद्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल में कार्यभार संभाला और अपर महानिदेशक और स्पेशल महानिदेशक एयरपोर्ट सेक्टर के पद पर कार्य किया. एम ए गणपति ने 8 अक्तूबर, 2020 को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस), नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार में महानिदेशक का पदभार ग्रहण किया.