सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो लिमिटेड ने विकलांग बच्चों की शिक्षा के लिए कोष जुटाने के मकसद से रविवार को वैश्विक मैराथन आयोजित की.
कंपनी ने यहां एक बयान जारी कर कहा, 'करीब 68 हजार लोगों ने 'रन विद ए परपस' थीम वाले इस सालाना मैराथन में हिस्सा लिया. यह दुनियाभर के 190 शहरों में आयोजित हुई , जिसमें 16 भारतीय शहर थे.'
'स्प्रिट ऑफ विप्रो रन 2015' के 10वें सत्र में कंपनी के कर्मचारियों, उनके पारिवारिक सदस्यों, मित्रों, ग्राहकों, साझेदारों, विश्लेषकों और आपूर्तिकर्ताओं तथा अन्य लोगों ने दौड़ लगाई। बेंगलुरू में यह दौड़ कंपनी के परिसर से शुरू हुई.
इस अवसर पर विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टी.के. कुरियन ने कहा, 'मैराथन अपना मुकाम हासिल करने के लिए चुनौतियों और बाधाओं को पार करने की मानवीय उत्साह और दृढ़ता का जश्न है.'
कंपनी ने हालांकि यह खुलासा नहीं किया कि इस आयोजन से कितनी राशि जुटी. मैराथन दौड़ बंगलुरू के अलावा चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर, कोच्चि, मुंबई और मैसूर में भी आयोजित हुई.
विप्रो मानव संसाधन वैश्विक प्रमुख सौरभ गोविल ने कहा, 'मैराथन से हमारे संगठन और हमारे ग्राहकों, साझेदारों, आपूर्तिकर्ताओं, कर्मचारियों के परिवारों तथा अन्य समूहों के संपूर्ण परितंत्र में एक उत्साह और लगनशीलता का संचार हुआ है.'
विप्रो के मुख्य सस्टेनेबिलिटी अधिकारी अनुराग बेहर ने कहा,'मैराथन हमारे मूल्यों का जश्न है. इसकी थीम से सामाजिक और सामुदायिक उद्देश्यों के लिए हमारी प्रतिबद्धता झलकती है.'
इनपुट: IANS