International Kissing Day 2021: इंटरनेशनल किसिंग डे या वर्ल्ड किस डे एक अनौपचारिक छुट्टी के तौर पर 6 जुलाई को मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत यूनाइटेड किंगडम से हुई थी. 2000 के दशक से शुरू हुआ ये खास दिन अब दुनिया भर में अपनाया जा चुका है. इसके अलावा एक और तारीख, 13 फरवरी को भी इंटरनेशनल किसिंग डे के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन ये वैलेंटाइन वीक का हिस्सा माना जाता है.
इंटरनेशनल किसिंग डे पर दुनिया के हर कोने में एक दूसरे से प्यार करने वाले इस रोमांचक दिन को मनाते हैं. कहते हैं कि चुंबन यानी किस प्रेम की अभिव्यक्ति का एक खास जरिया है. ये प्रेम सिर्फ किसी प्रेमी युगल के बीच नहीं बल्कि आपसी रिश्तों में कहीं भी व्यक्त किया जाता है. जब एक मां प्यार से अपने बेटे का माथा चूमती है, या कोई दादा अपनी पोते-पोतियों को प्रेम से गले लगाकर माथे पर चुंबन दर्ज करता है, वो भी प्रेम की अभिव्यक्ति का अटूट हिस्सा होता है.
लेकिन ये खास दिन प्रेम करने वाले जोड़ों के बीच खास महत्व रखता है, जब इस दिन के बहाने जोड़े अपने प्रेम की अभिव्यक्ति करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन प्यार करने वाले जोड़े अगर एक दूसरे को किस करते हैं तो वे अपने अटूट प्रेम को जाहिर करते हैं, इसलिए ये खास दिन पर दिन प्रचलन में बढ़ा है.
हर साल इंटरनेशनल किसिंग डे की थीम अलग अलग रखी जाती है. लोग प्रेम की अभिव्यक्ति के तौर पर किस की मदद लेते हैं. मान्यता है कि किस करने से दिल और दिमाग दोनों खुश होते हैं. एक किस लोगों को युवा बना देता है और दो लोगों के बीच की दूरियों को मिटा देता है. किस करने से स्ट्रेस और तनाव भी कम होता है. यह व्यक्ति की मनोदशा को भी सुधार सकता है. एक शोध में पाया गया कि जो कपल्स नियमित रूप से एक-दूसरे को किस करते हैं, वह लंबे समय तक शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं.
क्या है इतिहास
अगर इसके ऐतिहासिक पहलू की बात करें तो यह खास दिन द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत को भी स्मरण कराता है. ये वो दौर था जब अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ने जापान के साथ पारस्परिक मान्यता समझौते (MRA) पर हस्ताक्षर किए थे. ये दिन दो अलग-अलग विचारों के मेल को भी दर्शाता है.
अगर हम इस दिन के और व्यापक इतिहास की बात करें तो यूरोप में चुंबन को एक वाइड स्प्रेड प्रैक्टिस के तौर पर देखा जाता है. इसके लिए उन्हें रोम के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहिए. वे तीन रूपों में चुंबन को वर्णित करते हैं. इनमें पहला है osculum (गाल पर एक अनुकूल चुम्बन), basium (होठों पर एक प्यारा चुंबन), और savium (मुंह पर चुंबन का सबसे भावुक रूप). रोमन समाज में कब, कहां और कैसे आपको कोई चूमता है, वो सामाजिक स्थिति का एक महत्वपूर्ण सूचक था.
दुनिया भर में "फ्रेंच किस" सबसे अधिक मशहूर मनी जाती है. बताते हैं कि विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस में जो अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिक वहां तैनात थे, उनके समकक्ष गैलिक महिलाएं ज्यादा खुले विचारों की थीं. उन्होंने फ्रेंच किस जैसी भावुक तकनीक को अपनाया इसलिए इसे फ्रेंच प्रेमियों द्वारा गढ़ा गया माना जाता है.
इसलिए भी मनाते हैं ये खास दिन
इंटरनेशनल किस डे के पीछे की एक अवधारणा ये भी है कि कई लोगों के लिए चुंबन महज सामाजिक औपचारिकता या अन्य गतिविधियों के प्रस्तावना के रूप में देखा जाता है. वो चुंबन के साथ जुड़े इमोशनल पहलुओं को नजरंदाज करते हैं. इस तरह खास दिन मनाने से एक बार फिर चुंबन के महत्व को समाज में स्थापित करने का एक नजरिया भी देता है.