Civil Services Day 2022 History & Significance: हर साल 21 अप्रैल को, भारत सरकार 'सिविल सेवा दिवस' (Civil Service Day) मनाती है. इस दिन सिविल ऑफिशियल्स नागरिकों के लिए खुद को फिर से प्रतिबद्ध करने और सार्वजनिक सेवा के लिए अपनी प्रतिज्ञा को एक बार फिर दोहराते हैं और याद करते हैं.
सरदार पटेल ने किया था संबोधन
साल 1947 में आज ही के दिन स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने दिल्ली में मेटकाफ हाउस में प्रशासनिक सेवा अधिकारियों के प्रोबेश्नर्स को संबोधित किया था. इस दौरान सिविल सर्वेंन्ट्स को "भारत का स्टील फ्रेम" कहा गया था. इस तरह का पहला आयोजन 21 अप्रैल, 2006 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ था.
कैसे मनाया जाता है ये दिन
सिविल सेवा दिवस पर लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं. यह पुरस्कार प्रायोरिटी प्रोग्राम इम्प्लिमेंटेशन और इनोवेशन कैटेगरी के लिए जिलों/कार्यान्वयन इकाइयों को प्रदान किए जाते हैं. प्रत्येक वर्ष सिविल सेवा दिवस पर, ये पुरस्कार सिविल वर्कर्स को नेटवर्क से जोड़ते हैं और देश भर में लागू की जा रही जन शिकायतों के क्षेत्र में बेस्ट लर्निंग सीखते हैं.
सभी सरकारी अधिकारी इस वार्षिक आयोजन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, क्योंकि इसमें बीते पूरे वर्ष की उपलब्धियों का सम्मान किया जाता है. केंद्र सरकान ने पिछले साल पुरस्कारों के लिए 2,253 नामांकन प्राप्त किए थे. खेलो इंडिया स्कीम के तहत 183 और इनोवेशन योजना के तहत कुल संख्या में 847 नामांकन थे.