वैसे तो हमारे देश में कितने ही प्रधानमंत्री हुए हैं. जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी तक लेकिन राजीव गांधी की बात ही जुदा थी. वे राजनीति में आने को लेकर अनमने थे और बाद के दिनों में एक मंझे हुए राजनेता साबित हुए. देश के सातवें और सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या साल 1991 में 21 मई के रोज ही हुई थी.
1. वे साल 1966 में ब्रिटेन से प्रोफेशनल पायलट बनकर भारत लौटे. दिल्ली-जयपुर-आगरा रूट पर विमान उड़ाते थे.
2. देश ने उनके कार्यकाल में टेलीकॉम क्रांति देखी. पहले जहां फोन इक्के-दुक्के घरों में हुआ करता थे वहीं राजीव गांधी के कार्यकाल में BSNL और MTNL घर-घर पहुंच गए.
3. अपने भाई संजय गांधी के आकस्मिक निधन से पहले वे सियासत से पूरी तरह दूर थे.
4. जब वे प्रधानमंत्री बने तब उनकी उम्र 40 साल 72 दिन थी.
5. साल 1991 में आम चुनाव प्रचार के दौरान वे तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर में लिट्टे के आत्मघाती हमले के शिकार हो गए.