Gregorian Calendar Origin and History: नया साल आने को अब केवल कुछ ही दिन बाकी हैं और देश दुनिया में नये साल के जश्न की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. जिस नये साल को हम 01 जनवरी से मनाते हैं वह असल में ग्रिगोरियन कैलेंडर का नया साल है. इसके अलावा भी कई सारे और कैलेंडर भी चलन में हैं मगर पूरी दुनिया में ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाया जाता है.
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ग्रिगोरियन कैलेंडर की शुरूआत सन् 1582 में हुई थी. इससे पहले रूस का जूलियन कैलेंडर प्रचलन में था जिसमें साल में 10 महीने होते थे और क्रिसमस एक निश्चित दिन नहीं आता था. क्रिसमस को एक दिन तय करने के लिए 15 अक्टूबर 1582 को अमेरिका के एलॉयसिस लिलिअस ने ग्रिगोरियन कैलेंडर शुरू किया. इस कैलेंडर के हिसाब से जनवरी साल का पहला महीना है और साल का अंत दिसंबर में क्रिसमस के गुजरने के बाद होता है. इस कैलेंडर में क्रिसमस हर वर्ष 25 दिसंबर को निश्चित हो गया.
कोई भी कैलेंडर सूर्य चक्र या चंद्रमा चक्र की गणना पर आधारित होता है. सूर्य चक्र पर आधारित कैलेंडर में 365 दिन होते हैं जबकि चंद्रमा चक्र पर आधारित कैलेंडर में 354 दिन होते हैं. ग्रिगोरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर आधारित है. इस कैलेंडर में हर महीने में बराबर दिन भी नहीं हैं. 4 महीनों में 30, 6 महीनों में 31 तथा 1 महीने में 28 दिन होते हैं. हर 4 वर्षों में लीप ईयर आता है जिसमें फरवरी में 28 के स्थान पर 29 दिन होते हैं.
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