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K M Cariappa Birth Anniversary: वो सेनानायक जिसके जन्‍मदिन पर मनाया जाता है सेना दिवस

K M Cariappa Birth Anniversary: करियप्पा ने इराक, सीरिया और बर्मा जैसे कई देशों में अपनी सेवाएं दीं. 1949 में, उन्हें भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ के रूप में नियुक्त किया गया था. सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्होंने 1956 तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उच्चायुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दीं.

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K M Cariappa
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K M Cariappa Birth Anniversary: फील्‍ड मार्शल K M Cariappa भारतीय सेना के ऐसे नायक रहे हैं जिनके जन्‍मदिन पर देश में सेना दिवस मनाया जाता है. करियप्पा का जन्म 28 जनवरी, 1899 को कर्नाटक में हुआ था। वे भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ थे और वह पहले भारतीय अधिकारी थे जिन्हें स्वतंत्रता के बाद एक यूनिट की कमान सौंपी गई थी. उन्‍होंने कई वर्षों तक भारतीय सेना का नेतृत्‍व किया और 1947 में हुए भारत-पाक युद्ध में भी वह पश्चिमी सीमा पर सेना के कमांडर थे.

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के. एम. करियप्पा का पूरा नाम कोदंडेरा मडप्पा करियप्पा है. इनका जन्म कोडगु में शनीवरसांटे में हुआ था, जो कर्नाटक में एक रियासत थी. उनकी प्रारंभिक शिक्षा माडिकेरी के सेंट्रल हाई स्‍कूल में हुई जिसके बाद वे मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज पढ़ने गए. 1918 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद किंग्स कमीशन में करियप्पा को पहले बैच में चुना गया था. उनका स्थायी रेजिमेंटल होम 2nd क्वीन विक्टोरिया की ओन राजपूत लाइट इन्फैंट्री था.

करियप्पा ने इराक, सीरिया और बर्मा जैसे कई देशों में अपनी सेवाएं दीं. 1949 में, उन्हें भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ के रूप में नियुक्त किया गया था. सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्होंने 1956 तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उच्चायुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दीं. वह यूनाइटेड किंगडम के कैंबर्ली इंपीरियल डिफेंस कॉलेज में ट्रेनिंग लेने वाले पहले भारतीय भी बने.

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उन्हें जनरल सर्विस मेडल, इंडियन इंडिपेंडेंस मेडल, ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर, 1939-1945 स्टार, बर्मा स्टार, वॉर मेडल 1939-1945, इंडियन सर्विस मेडल और लीजन ऑफ मेरिट जैसे सम्‍मानों से नवाजा गया. 15 मई, 1993 को 94 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.

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