88वें ऑस्कर समारोह में एनिमेटेड फिल्म 'इनसाइड आउट' को बेस्ट फीचर फिल्म का अवार्ड मिला है. खास बात यह है कि यह फिल्म केरल में रहने वाले एक भारतीय युवक साजन सकारिया के सुपरविजन में बनी है. फिल्म में उन्होंने बेहतरीन तरीके से जिंदगी के सुख-दुख, डर और क्रोध को दिखाया है.
बच्चों और यंगस्टर्स की पसंदीदा फिल्म
आपको बता दें कि ऑस्कर मिलने से पहले ही यह फिल्म बच्चों और यंगस्टर्स के बीच खूब पंसद की जा चुकी है. सकारिया इससे पहले भी 'टॉय स्टोरी' और 'फाइंडिंग नेमो' जैसी लोकप्रिय एनिमेटेड फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं.
बचपन से था कार्टून बनाने का शौक
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, बचपन से ही सकारिया को कार्टून बनाने का शौक था. उन्होंने रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज, कालीकट से ग्रेजुएशन करने के बाद बंगलुरु में एक कंपनी Siemens को ज्वॉइन किया था.
इंजीनियरिंग करके बदली लाइन
अक्सर एक छोटी-सी घटना हमारे जीवन में बड़ा बदलाव ला देती है. एेसा ही बदलाव साजन सकारिया के जीवन में तब आया जब एक दिन उनके बॉस ने उनकी चित्रकारी का एक नमूना देखा और कहा, तुम्हें अपना समय इंजीनियरिंग में नहीं बर्बाद करना चाहिए. उसी समय सकारिया ने फैसला किया कि अब वह उसी लाइन में आगे बढ़ेंगे जिसमें उनकी दिलचस्पी और दक्षता है. इसके बाद उन्होंने टेक्सास के ए एंड एम यूनिवर्सिटी में एनिमेशन के लिए दाखिला लिया.
कहां से शुरू हुआ सफर
सकारिया के माता-पिता बताते हैं कि जब वह क्लास 6 में पढ़ते थे उसी दौरान उनका पैर टूट गया था. तब उनके पेरेंट्स जॉब पर जाने से पहले उनको ब्लैंक पेपर देकर जाते थे और यहीं से उनको कार्टून बनाने का शौक लगा.