जानिए इतिहास में अपने तानाशाही शासन के लिए याद रखने वाले क्रूर शासकों में से एक चंगेज खान और एडॉल्फ हिटलर के बारे में:
चंगेज खान:
मंगोल शासक चंगेज खान का मंगोलियाई नाम चिंगिस खान था. उसका जन्म 1162 में हुआ था. 13वीं सदी में मंगोल साम्राज्य का विस्तार करने वाले चंगेज खान को एक ऐसी शख्सियत के रूप में जाना जाता है जिसने अपनी तलवार के दम पर समूचे एशिया को जीत लिया था. वह भारत भी आया, लेकिन सिंधु नदी के तट से दिल्ली के सुल्तान इल्तुमिश के हार मानने के बाद वापस लौट गया. उसकी योजना थी कि वह भारत को रौंदते हुए भारत के बीच से गुजरे और असम के रास्ते मंगोलिया लौट जाए.
लेकिन बीमार होने की वजह से वो सिंधु को पार कर उत्तर की ओर ही लौट गया. चंगेज खान ने ही प्रसिद्ध मंगोल साम्राज्य की नींव डाली. जिसका पूरी दुनिया के 22 फीसदी इलाके पर कब्जा था. चंगेज खान के बारे में यह भी मशहूर है कि वह चीन की दीवार को पार कर बीजिंग को लूटना और अपने जीवन के आखिरी समय में इस्लाम धर्म को स्वीकार करना चाहता था. उसकी मृत्यु 1227 में हुई थी.
एडॉल्फ हिटलर:
एडॉल्फ हिटलर का 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया, में जन्म हुआ था. जब हिटलर तीन साल के थे, तब उनका परिवार ऑस्ट्रिया से जर्मनी गया था. हिटलर को कला के अलावा, हिटलर जर्मन राष्ट्रवाद में रुचि थी. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, एडॉल्फ हिटलर जर्मन सेना में सेवा करने के लिए आवेदन किया. तब हिटलर को आयरन क्रॉस प्रथम श्रेणी में और ब्लैक वुंड वीरता के लिए सम्मान से नवाजा गया था.
प्रथम विश्व युद्ध के बाद, हिटलर ने म्यूनिख लौटकर एक खुफिया अधिकारी के रूप में सेना के लिए काम करना जारी रखा. जर्मनी में ग्रेट डिप्रेशन हिटलर के लिए एक राजनैतिक अवसर प्रदान किया. चुनाव जर्मन राजनीति में एक मजबूत ताकत के रूप में हिटलर की स्थापना की. 1938 में हिटलर, कई अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ, म्यूनिख समझौते पर हस्ताक्षर किए.
29 अप्रैल 1945 को, एडॉल्फ हिटलर ने अपनी प्रेमिका ईवा ब्राउन से शादी कर ली. दुश्मन के सैनिकों के हाथों में पड़ने के डर से हिटलर और ब्राउन ने 30 अप्रैल 1945 ने शादी के बाद आत्महत्या कर ली. हिटलर की हार यूरोपीय जर्मनी का प्रभुत्व के इतिहास अंत हो गया और फासीवाद की हार के एक चरण का अंत हो गया.