पत्रकारिता की दुनिया में जोसेफ पुलित्जर का नाम बहुत आदर के साथ लिया जाता है. इनका जन्म 10 अप्रैल 1847 को हंगरी में हुआ था. जब वह हंगरी से अमेरिका 1864 में आए तो उनके पास न तो पैसे थे, न जान-पहचान और सबसे बड़ी बात उन्हें अंग्रेजी बोलनी तक नहीं आती थी. उन्हें एक समय वेटर तक की नौकरी करनी पड़ी थी.
इसके बाद अमेरिका के सेंट लुइस में जर्मन भाषा के एक अखबार में उन्हें नौकरी मिल गई. एक साल के अंदर वह रिपोर्टर से मैनेजिंग एडिटर बन गए. 1878 में उन्होंने सेंट लुइस पोस्ट डिस्पैच और उसके पांच साल बाद न्यूयॉर्क वर्ल्ड अखबार की शुरुआत की. ये दोनों अखबार बेहतरीन पत्रकारिता के उदाहरण माने गए थे.
29 अक्टूबर 1911 में इनकी मृत्यु हो गई. पुलित्जर अमेरिका के धनी लोगों में से एक थे. उन्होंने अपने कमाई में से एक मिलियन डॉलर कोलंबिया यूनिवर्सिटी को जर्नलिज्म स्कूल के लिए दे दिया था. 1917 से यूनिवर्सिटी ने पुलित्जर पुरस्कार देने शुरू किए.
जानिए जोसेफ पुलित्जर के कुछ महत्वपूर्ण विचारों के बारे में:
1. हमारा गणतंत्र और प्रेस एक साथ उठते और गिरते हैं.
2. किसी भी गणतंत्र के भविष्य को बेहतर बनाने का काम भविष्य के पत्रकारों के हाथ में होता है.
3. मेरा मुख्य काम गरीबों की मदद करना है. अमीर खुद अपनी मदद कर सकता है. मैं ऐसे लोगों में विश्वास करता हूं जो खुद ही अपना भविष्य बनाते हैं.
4. पब्लिसिटी, पब्लिसिटी, पब्लिसिटी...सार्वजनिक जीवन में इससे बड़ा नैतिक मूल्य और ताकत, कोई दूसरी नहीं है.