सूरीनाम में हर साल 5 जून को इंडियन अराइवल डे मनाया जाता है, यानी हिंदुस्तानियों के पहुंचने का दिन.
1. सूरीनाम की आबादी मे 37 फीसदी हिस्स हिंदुस्तानी और 27.4 फीसदी हिंदुओं का है.
2. भोजपुरी या कैरीबियन सूरीनाम में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है.
3. कुछ लोगों को लगा कि वो श्रीराम नामक धाम ले जाए जा रहे हैं, बाद में अहसास हुआ कि जगह का नाम सूरीनाम है.
4. सूरीनाम में सबसे पहले सूरीनेन इंडियंस रहते थे. जिस पर मुल्क का नाम पड़ा.
5. 1873 में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग वहां जाकर बसे, जब डच सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों की नियुक्ति के लिए ब्रिटेन के साथ समझौता किया.