दार्शनिक, अर्थशास्त्री, समाजविज्ञानी और क्रांतिकारी समाजवादी कार्ल मार्क्स का जन्म 5 मई 1818 को हुआ था.
जानिए इस साम्यवादी पुरोधा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी...
1. वो ताउम्र कामकाजी तबके की आवाज बुलंद करते रहे. इसके कारण उन्हें पूंजीपती वर्गों का काफी विरोध भी सहना पड़ा.
2. फ्रेडरिक एंगेल्स के साथ मिलकर इन्होंने 'द कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो' की रचना की. इसमें साम्यवाद की अवधारण पेश की गई है.
3. अपने क्रांतिकारी लेखों के कारण उन्हें जर्मनी, फ्रांस और बेल्जियम से भगा दिया गया था.
4. मार्क्स की पंक्ति 'दुनिया के मजदूरों के पास अपनी जंजीर के अलावा खोने के लिए कुछ भी नहीं है, दुनिया के मजदूरों एक हो' आज भी दुनिया के हर मजदूर आंदोलन का नारा है.
5. 1864 में लंदन में 'अंतरराष्ट्रीय मजदूर संघ' की स्थापना में मार्क्स ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
6. साल 1867 में उन्होंने दास कैपिटल का पहला वॉल्यूम छापा, जो उनकी आर्थिक विचारधारा का ब्योरा है. 'दास कैपिटल' के शेष भाग को मार्क्स की मृत्यु के बाद एंगेल्स ने संपादित करके प्रकाशित किया.
7. 'वर्गसंघर्ष' का सिद्धांत मार्क्स के 'वैज्ञानिक समाजवाद' का मेरूदंड है.