सिख धर्म की स्थापना और फसल पकने के प्रतीक के रूप में बैसाखी मानाया जाता है. जानिए इससे जुड़े महत्वपूर्ण फैक्ट्स...
1. सिख इस त्योहार को सामूहिक जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं.
2. खरीफ की फसल पकने की खुशी में किसान इस त्योहार को मनाते हैं.
3. पंजाब में नए साल की शुरुआत इसी दिन से होती है.
4. देश के अलग-अलग जगहों पर इसे अन्य नामों से मनाया जाता है-जैसे असम में बिहू, बंगाल में नबा वर्षा, केरल में पूरम विशु.
5. 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.
6. इसी दिन गुरु गोबिंद सिंह ने गुरुओं की वंशावली को समाप्त कर दिया. इसके बाद सिख धर्म के लोगों ने गुरु ग्रंथ साहिब को अपना मार्गदर्शक बनाया.
7. बैसाखी के दिन ही सिख लोगों ने अपना सरनेम सिंह (शेर) को स्वीकार किया. दरअसल यह टाइटल गुरु गोबिंद सिंह के नाम से आया है.
सौजन्य: NEWSFLICKS