राजस्थान स्थापना दिवस प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को मनाया जाता है. 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का राजस्थान संघ बनाया गया था. जिसे बाद में राजस्थान कहा गया. जिसके बाद राजस्थान दिवस की घोषणा हुई. राजस्थान का मतलब राजाओं का स्थान होता है. इसका तात्पर्य तत्कालीन सामाजिक परिवेश से था क्योंकि जिन रियासतों का विलय किया गया था वे सभी राजपूत, गुर्जर, मौर्य और जाट राजाओं के अधीन रह चुके थे.
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट के जरिेए राजस्थान दिवस की बधाई दी.
जानें राजस्थान से जुड़े फैक्ट्सवीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान के स्थापना दिवस पर प्रदेश की जनता को हार्दिक बधाई। pic.twitter.com/w0Gi2ABvIo
— Narendra Modi (@narendramodi) March 30, 2018
- कुल 22 रियासतों को मिलाकर एक राज्य बनाया गया था.
- क्षेत्रफल के लिहाज से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है.
- हीरा लाल शास्त्री राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री थे.
- राजस्थान में मौजूद चित्तौरगढ़, कुंभलगढ़, रणथंभौर, गगरांव, आमेर और जैसलमेर का किला यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया जा चुका है.
- बीते 71 सालों में राजस्थान की आबादी में तेजी से इजाफा हुआ है. 1951 में इसकी आबादी 1.59 करोड़ थी. वहीं, अभी इसकी आबादी 6.89 करोड़ है.
सात चरणों में हुआ राजस्थान का गठन
1. 18 मार्च, 1948 को अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली रियासतों का विलय होकर 'मत्स्य संघ' बना. धौलपुर के तत्कालीन महाराजा उदयसिंह राजप्रमुख और अलवर राजधानी बनी.
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2. 25 मार्च, 1948 को कोटा, बूंदी, झालावाड़, टोंक, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, किशनगढ़ औ शाहपुरा का विलय होकर राजस्थान संघ बना.
3. 18 अप्रॅल, 1948 को उदयपुर रियासत का विलय. नया नाम 'संयुक्त राजस्थान संघ' रखा गया. उदयपुर के तत्कालीन महाराणा भूपाल सिंह राजप्रमुख बने.
4. 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था. यही राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है.
5. 15 अप्रैल, 1949 को 'मत्स्य संघ' का वृहत्तर राजस्थान संघ में विलय हो गया.
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6. 26 जनवरी, 1950 को सिरोही रियासत को भी वृहत्तर राजस्थान संघ में मिलाया गया.
7. 1 नवंबर, 1956 को आबू, देलवाड़ा तहसील का भी राजस्थान में विलय हुआ, मध्य प्रदेश में शामिल सुनेल टप्पा का भी विलय हुआ.