मुंबई में रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ के कारण 22 लोगों की मौत हो गई. ये हादसा 29 सितंबर, 2017 नवमी वाले दिन की सुबह परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के बीच ओवर ब्रिज पर हुआ था जिसमें 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि बारिश के कारण ओवर ब्रिज पर फिसलन थी, रेलिंग का हिस्सा टूटने से हादसा हुआ. आपको बता दें भगदड़ से होने वाला ये पहला हादसा नहीं है. ऐसे और भी कई मामले हैं . आइए नजर डालते हैं...
1954: इलाहाबाद में चल रहे कुंभ मेले में 800 तीर्थयात्रियों की भगदड़ में जान चली गई थी. उस समय जवाहर लाल नेहरू की झलक पाने के दरम्यान भगदड़ हुआ था.
2004: बीजेपी के नेता लालजी टंडन के जन्मदिन के मौके पर साड़ी वितरण के दौरान भगदड़ में 21 लोगों की जान चली गई थी.
2008: राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर के भगदड़ में 224 लोगों की मौत हुई थी. वहीं 2008 में हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में भगदड़ से 146 लोगों की मौत हो गई थी.
2011: केरल के सबरीमाला मंदिर में भगदड़ से 102 लोगों की मौत हो गई थी.
2013: मध्य प्रदेश के रतनगढ़ मंदिर में भगदड़ के दौरान 115 लोगों की मौत हुई थी2013: इलाहाबाद के कुम्भ मेला में भगदड़ से 36 लोगों की मौत हुई थी.
2014: पटना में छठ पूजा के दौरान भगदड़ में 32 लोगों ने जान गंवाई थी. 2014 में मुम्बई में मुस्लिम गुरु के अंतिम दर्शन में भगदड़ से 18 लोगों की मौत हो गई थी.
2015: आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के किनारे 27 लोगों की जान चली गई जब वहां मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पवित्र स्नान करने पहुंचे थे.