New Year 2022: साल 2021 के खत्म होने के काउंटडाउन के साथ नए साल का इंतजार है. पूरी दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जाता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि 01 जनवरी को ही न्यू ईयर क्यों मनाया जाता है.आइए जानते हैं नए साल का इतिहास
जिस न्यू ईयर को 01 जनवरी से मनाते हैं वह असल में ग्रिगोरियन कैलेंडर का नया साल है. इसके अलावा भी बहुत सारे और कैलेंडर भी चलन में हैं. मगर पूरी दुनिया में ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाया जाता है. इस कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी. इस कैलेंडर से पहले रूस का जूलियन कैलेंडर प्रचलन में था. इस कैलेंडर में 10 महीने होते थे तथा कैलेंडर के हिसाब से क्रिसमस एक दिन नहीं आता था. क्रिसमस का एक दिन निश्चित करने के लिए 15 अक्टूबर 1582 को अमेरिका के एलॉयसिस लिलिअस ने ग्रिगोरियन कैलेंडर शुरू किया.
ग्रिगोरियन कैलेंडर के हिसाब से जनवरी साल का पहला महीना है, और साल का अंत दिसंबर में क्रिसमस के गुजरने के बाद होता है. इस कैलेंडर में क्रिसमस हर वर्ष 25 दिसंबर को निश्चित हो गया.
किसी भी कैलेंडर को सूर्य चक्र या चंद्र चक्र की गणना पर आधारित बनाया जाता है. चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 354 दिन होते हैं. वहीं, सूर्य चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 365 दिन होते हैं. ग्रिगोरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर आधारित है.