शिक्षाविद, बैरिस्टर, भारतीय राजनेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था. ये भारत के पहले इंडस्ट्री एंड सप्लाई मंत्री बने थे. इन्होंने अंग्रेजी से स्नातक और बंगाली में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. 1924 में ये कलकत्ता हाई कोर्ट के वकील भी रहे.
इनके जन्मदिन पर जानिए इनके बारे में खास बातें
1. सिर्फ 33 साल की उम्र में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बन गए. करीब 20 से ज्यादा यूनिवर्सिटीज में इन्होंने कन्वोकेशन एड्रेस किया.
2. बंगाल के मशहूर कवि काजी नजरूल इस्लाम इनके अच्छे मित्र थे. इन दोनों ने एक दूसरे को काफी चिट्ठियां लिखी जो अब बंगाली साहित्य का हिस्सा हो गया है.
3. इन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1929 में बंगाली लेजिस्लेटिव काउंसिल में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर कलकत्ता यूनिवर्सिटी को रिप्रेजेंट करके की.
4. 1946 में इन्होंने बंगाल विभाजन का समर्थन किया.
5. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लियाकत अली खां को नेहरू द्वारा भारत आगमन का न्योता देने और दिल्ली पैक्ट के कारण उन्होंने 6 अप्रैल 1950 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
6. 21 अक्टूबर को उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की. मुखर्जी इसके पहले अध्यक्ष बने.
7. कश्मीर को विशेष दर्जा देने और अलग झंडा रखने का विरोध किया.
8. कश्मीर को लेकर इन्होंने नारा दिया था 'एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे'.
9. मुखर्जी को 1953 में गैरकानूनी तौर पर कश्मीर में घुसने के प्रयास के कारण 11 मई को गिरफ्तार किया गया. 23 जून 1953 को पुलिस कस्टडी में ही इनकी मौत हो गई. इनकी मौत कैसे हुई, इसको लेकर लोगों के अलग-अलग मत हैं.
10. इनकी माता जोगमाया देवी ने नेहरू से मौत की जांच कराने को कहा था लेकिन नेहरू ने जवाब में कहा कि बीमारी के कारण ही उनकी मौत हुई और इसके पीछे कोई रहस्य नहीं है.