कहा जाता है कि ख्वाब तो सभी को आते हैं लेकिन उन ख्वाबों को पढ़ने की क्षमता सबके भीतर नहीं होती. लोग तो खुद के ख्वाबों तक का मतलब नहीं निकाल पाते, लेकिन ऑस्ट्रिया के मशहूर न्यूरोलॉजिस्ट सिगमंड फ्रायड की बात जुदा थी. वे दूसरों के ख्वाबों का भी मतलब निकाल लिया करते थे. इस महान मनोविश्लेषक का जन्म 6 मई के रोज साल 1856 में हुआ था.
1. सिगमंड के मुताबिक इंसानों के काम और सपने उनके विचारों के प्रतीक होते हैं.
2. उन्होंने बताया कि सपने हमारे मन के भीतर छिपी-दबी आशा , निराशा या अभिलाषा की तरफ इशारा करते हैं.
3. सिगमंड ने 'एन इंटरप्रिटेशन ऑफ द ड्रीम्स' और 'सिविलाइजेशन एण्ड इट्स कंटेंट' जैसी बेहद जरूरी पुस्तकें लिखी हैं.
4. उनकी किताबें इस कदर प्रभावी और मारक थी कि, नाजियों ने उन्हें ऑस्ट्रिया छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया और उनकी किताबें भी जला डालीं.
5. फ्रायड बहुभाषी थे और उन्हें जर्मन, इतालवी, यूनानी, अंग्रेजी, स्पेनिश, हिब्रू और लैटिन आती थी.
6. फ्रायड कहते थे कि सपने हमारी अतृप्त इच्छाओं का प्रतिबिम्ब होते हैं.
सौजन्य: NEWSFLICKS