हिन्दुस्तान की आजादी के लिए न जाने कितने रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहूति दी लेकिन इस सभी के बीच एक ऐसी भी शख्सियत रही जो जीते जी ही किंवदंती बन गई और जिनके किस्से आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं. जिनके मौत के इर्द-गिर्द उतनी ही कहानियां हैं जितनी उनके सामने होने पर थीं. ऐसा माना जाता है कि साल 1945 में एक विमान हादसे में 18 अगस्त के रोज उनकी मौत हो गई थी.
1. सुभाष चंद्र बोस साल 1938 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे. वे गरम दल से ताल्लुक रखते थे.
2. देश की आजादी में खुद को झोंकने के लिए उन्होंने सिविल सेवा करियर त्याग दिया.
3. वे कहते थे कि व्यक्ति मर सकता है लेकिन उसके विचार जीवित रहते हैं और हजारों को प्रभावित करने का काम करते हैं.
4. ऐसा माना जाता है कि साल 1945 में एक विमान हादसे में उनकी मौत हो गई.
5. जय हिंद नारा सुभाष बाबू ने ही मशहूर किया.
6. इसके अलावा उनके द्वारा दिया गया नारा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा भी नौजवान पीढ़ी के लिए आजादी का प्रतीक बन गया था.