बर्लिन ब्लॉकेड औपचारिक रूप से खत्म हुआ और रूसी और पश्चिमी ताकतों के बीच श्ाीत युद्ध की शुरुआत 1949 में हुई.
1. सोवियत संघ ने 24 जून 1948 से वेस्टर्न अलायज सेनाओं का रेलवे, सड़क और कनाल का रास्ता रोक दिया. इस वजह से वेस्टर्न नियंत्रण वाली बर्लिन तक पहुंच मुश्किल हो गई.
2. ये ब्लॉकेड खत्म हो गया जिससे शीत युद्ध की नींव पड़ी. हालांकि, डर के कारण उड़ानें जारी रहीं.
3. उस दौर में वेस्ट बर्लिनवासियों तक 8893 टन सप्लाई पहुंचाने के लिए हर साल दो लाख से ज्यादा उड़ाने भरी जाती थीं.
4. 30 साल तक बर्लिन की दीवार शीत युद्ध का प्रतीक बनी रही, जिससे परिवार जुदा हो गए और वेस्ट में नौकरियों तक पहुंच खो गई. दीवार हटी, तब जर्मनी के दो हिस्से मिले.
5. 12 मई को सोवियत संघ ने माना कि ये ब्लॉकेड नाकाम साबित हुआ, जिसके बाद सरहद दोबारा खोल दी गई.