40 साल पहले आज ही के दिन वो घटनाक्रम शुरू हुआ था, जिसने हिंदुस्तान से लोकतंत्र छीनकर उसे आपातकाल की काल कोठरी में धकेल दिया. 1975 से 2015 तक आपातकाल से लोकतंत्र तक, हिंदुस्तान ने लंबा सफर तय किया है लेकिन पद के दुरुपयोग का सिलसिला आज भी जारी है.
1. 12 जून 1975 को इंदिरा गांधी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दोषी पाया और छह साल के लिए पद से बेदखल कर दिया.
2. इंदिरा गांधी पर वोटरों को घूस देना, सरकारी मशनरी का गलत इस्तेमाल, सरकारी संसाधनों का गलत इस्तेमाल जैसे 14 आरोप लगे थे.
3. राज नारायण ने 1971 में रायबरेली में इंदिरा गांधी के हाथों हारने के बाद मामला दाखिल कराया था.
4. जस्टिस जगमोहनलाल सिन्हा ने यह फैसला सुनाया था.
5. 24 जून को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश बरकरार रखा, लेकिन इंदिरा को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बने रहने की इजाजत दी.
6. 25 जून को जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा के इस्तीफा देने तक देश भर में रोज प्रदर्शन करने का आह्वाहन किया.
7. 25 जून को राष्ट्रपति के अध्यादेश पास करने के बाद सरकार ने आपातकाल लागू कर दिया.