जम्मू-कश्मीर भारतीय गणराज्य के नक्शे के मुताबिक देश का सबसे उत्तरी राज्य है. जम्मू- कश्मीर में जम्मू (पुंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं. सामरिक और आर्थिक लिहाज से कश्मीर भारत का एक बेहद महत्वपूर्ण राज्य है.
इस बीच कश्मीर फिर से देश के भीतर लगने वाले राष्ट्रविरोधी नारों और घाटी में चल रही सियासी उथल-पुथल की वजह से चर्चा में है. वहीं भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व और पीडीपी ने अपने तमाम मतभेदों और पूर्वाग्रहों को ताक पर रख कर सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ाए हैं. घाटी में सरकार बनने के क्रम में महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्य मंत्री बनी हैं.
इसी क्रम में हम आपको रू-ब-रू करा रहे हैं घाटी के भीतर चलने वाली सियासी उथल-पुथल और अलग-अलग समय पर यहां बनने वाली सरकारों से-
- राज्य विधान सभा के लिए मार्च, 1967 में चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस की सरकार बनी.
- फरवरी, 1972 में हुए चौथे आम चुनाव में पहली बार जमात-ए-इस्लामी ने भाग लिया व 5 सीटें जीतीं. इन चुनावों में भी कांग्रेस की सरकार बनी.
- भारत और पाकिस्तान के बीच 3 जुलाई, 1972 को ऐतिहासिक 'शिमला समझौता हुआ, जिसमें कश्मीर पर सभी पिछली उद्घोषणाएँ समाप्त की गईं, जम्मू और कश्मीर से संबंधित सारे मुद्दे द्विपक्षीय रूप से निपटाए गए, व - युध्द विराम रेखा को नियंत्रण रेखा में बदला गया.
- फरवरी, 1975 को कश्मीर समझौता समाप्त माना गया, व भारत के प्रधानमंत्री के अनुसार 'समय पीछे नहीं जा सकता'; तथा कश्मीरी नेतृत्व के अनुसार- 'जम्मू-कश्मीर राज्य का भारत में अधिमिलन कोई मामला नहीं' कहा गया.
- जुलाई, 1975 में शेख अब्दुल्ला मुख्य मंत्री बने, जनमत फ्रंट स्थापित और नेशनल कांफ्रेंस के साथ विलय किया गया.
- जुलाई, 1977 को पांचवे आम चुनाव हुए जिनमें नेशनल कांफ्रेंस दोबारा सत्ता में लौटी. इस दौरान 68% मतदाता उपस्थित हुए.
- शेख अब्दुल्ला का निधन 8 सितम्बर, 1982 होने पर, उनके पुत्र डॉ॰ फारूख अब्दुल्ला ने अंतरिम मुख्य मंत्री की शपथ ली व छठे आम चुनावों में जून,1983 में नेशनल कांफ्रेंस को विजय मिली.
- इन चुनावों के बाद धीरे-धीरे नेशनल कांफ्रेंस ने घाटी में सियासी पकड़ मजबूत की और कांग्रेस के साथ मिल कर लंबे समय तक सरकार चलाई.
- पिछले विधान सभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी और इस बार कमान पीडीपी के मुफ्ती मोहम्मद और भाजपा के पास आ गई. मुफ्ती मोहम्मद भाजपा के सहयोग से जम्मू-कश्मीर के 11वें मुख्यमंत्री बनें और मार्च 2015 से जनवरी 2016 के बीच राज्य की कमान उनके हाथों में रही. वे इससे पहले भी नवंबर 2002 से नवंबर 2005 के बीच यहां के मुख्यमंत्री का पदभार संभाल चुके हैं.
- महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर राज्य की 12वीं और पहली महिला मुख्यमंत्री हैं.
- जम्मू-कश्मीर में अब तक 6 बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा चुका है.