बाबासाहेब भीम राव अंबेडकर को समूची दुनिया भारत के संविधान निर्माता के तौर पर जानती है. वे मानते थे कि जिंदगी लंबी होने के बजाय महान होनी चाहिए. हिन्दू धर्म की निचली जाति में पैदा हुए बाबासाहेब ने 14 अक्टूबर, 1956 के रोज अपने 3,80,000 साथियों के साथ हिन्दू धर्म को त्याग कर बौद्ध धर्म अपना लिया था.
1. उनका जन्म हिन्दू जाति में अछूत और निचली मानी जाने वाली महार जाति में हुआ था.
2. उन्होंने हिन्दू धर्म में व्याप्त छूत प्रथा को खत्म करने के लिए न सिर्फ सामाजिक बल्कि कानूनी रास्ता भी अख्तियार किया. वे मानते थे कि कानून में बदलाव लाकर ही दिल और दिमाग में बदलाव संभव है.
3. उनके बौद्ध धर्म अपनाने के पीछे बौद्ध धर्म में छुआछूत और जाति प्रथा जैसी कुरीति का न होना था.
4. वे साल 1950 में बौद्ध धर्म के प्रति आकर्षित हुए और एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए श्रीलंका भी गए.
5. वे कहते थे कि, "मैं पैदा हिन्दू के तौर पर हुआ था, लेकिन हिन्दू बनकर मरूंगा नहीं."