हर साल फरवरी के दूसरे हफ्ते में वैलेंटाइन वीक पूरी दुनिया में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. यह सप्ताह प्यार, प्यार की शक्ति को समर्पित है और लोगों से आग्रह करता है कि वे जिनसे प्यार करते हैं, उनके प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करें. जो लोग रिलेशनशिप में हैं, वो अपने पार्टनर के साथ पूरा हफ्ता बिताएंगे. वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से 14 फरवरी तक मनाया जाता है. इस हफ्ते की शुरुआत रोज डे से होती है और वैलेंटाइन डे पर खत्म होती है.
क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे?
वैलेंटाइन डे एक प्राचीन रोमन पुजारी संत वैलेंटाइन के सम्मान में मनाया जाता है, जिसके बारे में माना जाता है कि उन्होंने तीसरी शताब्दी में बुतपरस्त रोमन राजा क्लॉडियस के आदेशों के खिलाफ जाकर इसाई जोड़ों को शादी करने में मदद की थी. जिसके बाद संत वैलेंटाइन का सिर कलम कर दिया जाना चाहिए. उन्हें 14 फरवरी को फांसी दी गई. उनके बलिदान का सम्मान करने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
वैलेंटाइन वीक में चॉकलेट का चलन और महत्व
वैलेंटाइन वीक में तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को चॉकलेट डे मनाया जाता है. चॉकलेट और मिठाई के आदान-प्रदान के लिए समर्पित दिन वाले रोज और प्रपोज डे को फॉलो करते हैं. वैलेंटाइन वीक की शुरुआत में इस दिन कड़वी चीज पी जाती थी, 16वीं शताब्दी तक चॉकलेट कड़वी ही थी. जो बाद में एक स्वादिष्ट नमकीन - चॉकलेट में बदल गई.
कहा जाता है कि साल 1519 में स्पेनिश खोजकर्ता हर्नान कोर्टेस को चॉकलेट पीने के लिए दिया गया, जिसे वह अपने साथ स्पेन ले गया और बेहतर स्वाद के लिए उसमें वेनिला, चीनी और दालचीनी मिला दी. इसके बाद, सन 1550 में यूरोप में पहली बार 7 जुलाई के ही दिन चॉकलेट डे मनाया गया था. इसके बाद दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाने लगा. स्वाद बदलने के बाद चॉकलेट को दुनिया भर में पसंद किया जाने लगा.
कई बड़ी चॉकलेट कंपनियों की शुरुआत 19वीं और 20वीं शताब्दी हुई. कैडबरी, इंग्लैंड में 1868 में शुरू हुआ. इसके 25 साल बाद शिकागो में वर्ल्ड्स कोलंबियन एक्सपोज़िशन में चॉकलेट प्रोसेसिंग औजार खरीदे गए मिल्टन एस. हर्शे, अब दुनिया के सबसे बड़े और विश्व-प्रसिद्ध चॉकलेट क्रिएटर्स में से एक हैं. उन्होंने चॉकलेट-लेपित कारमेल का उत्पादन करके कंपनी शुरू की. नेस्ले की शुरुआत 1860 के दशक में हुई थी और यह दुनिया के सबसे बड़े खाद्य समूहों में से एक बन गया है.