How to Become a Pilot After 12th: अगर आपका सपना भी पायलट बनना है तो ये आपके काम की खबर है. आज हम आपको बताएंगे कि पायलट बनने के लिए कौन से कोर्स करने होते हैं, इसकी ट्रेनिंग कहां होती है और कितना खर्च आता है. अगर आप 12वीं पास हैं तो आप पायलट बन सकते हैं. इसके लिए आपको 12वीं में साइंस स्ट्रीम लेनी होगी. इसके साथ ही फिजिक्स और मैथ्स में आपको 50 प्रतिशत मार्क्स लाने होंगे.
इन मेडिकल टेस्ट को करना होगा पास
पायलट कोर्स सर्च करने से पहले खुद का मेडिकल टेस्ट कराएं कि आप फिजिकली फिट हैं या नहीं. इसके लिए आपको क्लास-2 मेडिकल के लिए अप्लाई करना होगा. क्लास 2 मेडिकल टेस्ट, पायलट बनने के लिए जरूरी होने वाला एक मेडिकल सर्टिफिकेट है. यह मेडिकल टेस्ट, पायलट की मानसिक और शारीरिक फिटनेस का आकलन करता है. यह सुनिश्चित करता है कि पायलट, विमान को सुरक्षित रूप से उड़ाने के लिए फिट है. इस टेस्ट के लिए आपको DGCA की वेबसाइट पर जाकर कई डॉक्टरों के नाम दिख जाएंगे. आप अपनी सुविधानुसार, डॉक्टर चुन कर टेस्ट के लिए बुकिंग कर सकते हैं.
दो दिनों का होता है मेडिकल टेस्ट
ये टेस्ट दो दिन का होता है. टेस्ट के बाद आपकी रिपोर्ट आ जाएगी, जिसमें साफ लिखा होगा कि आप पायलट बनने के लिए फिजिकली फिट हैं या नहीं. इसके बाद क्लास 1 मेडिकल टेस्ट होगा, इसके बाद पता लग जाएगा कि आप एक पायलट बनने के लिए एलिजिबल हैं या नहीं.
दो तरीके से बन सकते हैं पायलट
आप दो तरीके से पायलट बन सकते हैं . पहला तरीका है कि आप फ्लाइंग स्कूल जॉइन कर सकते हैं, जो आपको एग्जाम भी कराएंगे और फ्लाइंग भी कराएंगे. ये आपको डिसाइड करना है कि आप पहले एग्जाम देना चाहते हैं या फ्लाइंग. अगर आप पहले एग्जाम देना चाहते हैं तो आपको फ्लाइंग स्कूल जाने की जरुरत नहीं होगी. कुछ लोग अलग से इंस्टिट्यूट भी जॉइन करते हैं. दिल्ली के द्वारका में कई ऐसे इंस्टिट्यूट हैं जो आपको ट्यूशन क्लासेस देते हैं.
करनी होगी 200 घंटे की ट्रेनिंग पूरी
Pariksha.dgca.gov.in(UDAAN) नाम की वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा. इसके बाद आपको एक कंप्यूटर नंबर दिया जाएगा. इसके बाद आपको खुद को एग्जाम के लिए तैयार करना होगा. इस तरह की ट्रेनिंग को CPL (Commercial pilot licence course) कहते हैं, इस कोर्स में आपको सारे एग्जाम क्वालीफाई करने होंगे और 200 घंटे की फ्लाइंग भी चाहिए.
आप पहले एग्जाम भी क्लियर कर सकते हैं लेकिन इनकी एक्सपायरी डेट होती है, कहीं ऐसा न हो कि आपने पहले एक्जाम क्लियर कर लिया हो और दो साल बाद फ्लाइंग शुरू करें. इस कंडीशन में आपके एग्जाम एक्सपायर हो जाएंगे और आपको फिर से एग्जाम क्लियर करना होगा. इसलिए ऐसी इंस्टीट्यूट जॉइन करें जो आपको ग्राउंड पर क्लासेज भी कराते हो.
पायलट के कोर्स में क्या-क्या होगा?
एग्जाम के कोर्स में सबसे पहले आता है Meteorology, जिसमें आपको मौसम के बारे में पढ़ाया जाएगा, जो कि एक पायलट के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है. इसके साथ-साथ Navigation के बारे में पढ़ाया जाता है कि एक जगह से दूसरे जगह कैसे पहुंचना है. इसके बाद Aircraft के बारे में पढ़ाया जाता है कि एयरक्राफ्ट का इंजन कैसे काम करता है और बेसिक प्रिंसिपल और थ्योरी के बारे में पढ़ाई होती है. इसके बाद Air regulation के बारे में पढ़ाया जाता है. जिसमें एयर ट्रैफिक रूल्स के बारे में पढ़ाया जाता है. हर देश के एयर रेग्यूलेशंस अलग-अलग होते हैं .
पायलट कोर्स का खर्च
पायलट कोर्स करने में लगभग 35 लाख से 1 करोड़ का खर्च आता है.
जॉब के लिए कैसे अप्लाई करें
जॉब अप्लाई करने से पहले जान लें कि पायलट का सेलेक्शन सिर्फ जॉब इंटरव्यू के आधार पर नहीं होता है. इस इंटरव्यू में आपका Hand-Eye Coordination भी किया जाएगा. इसलिए Hand-Eye Coordination अच्छा करने के लिए वीडियो गेम्स खेलना बहुत ही बढ़िया ऑप्शन है.
कैसी होगी परीक्षा
पायलट की परीक्षा में फर्स्ट राउंड रिटन एग्जाम होता है. जिसमें आपसे 12वीं बेस्ड फिजिक्स और मैथ्स के सवाल पूछे जाएंगे. इसके बाद सेकंड राउंड में वीडियो गेम टेस्ट होता है. इसके बाद आपकी प्रॉब्लम सॉल्विंग टेक्निक देखी जाएगी. इसके बेसिस पर एनालाइज किया जाता है कि आपको अगर मल्टी टास्किंग वर्क दिया जाए तो आप कैसे हैंडल करेंगे. इसको एनालाइज कर आपका असेसमेंट किया जाएगा. इसके बाद आप इंटरव्यू राउंड के लिए पहुंचते हैं. यहां आपसे फेस-टू-फेस सवाल पूछे जाते हैं.
कितनी होती है सैलरी
प्रोफेशनल पायलट की सैलरी पर बात करें तो फ्लाइट में एक फर्स्ट ऑफिसर और एक कैप्टन प्लेन उड़ाते हैं. इसमें कैप्टन की सैलरी 8-10 लाख रुपये महीना होती है जबकि फर्स्ट ऑफिसर को 3 लाख रुपये सैलरी दी जाती है. भारत में किसी भी पायलट की सैलरी रेंज 10 से 15 लाख प्रति माह के बीच ही होती है.