Indian Railways, Ticket Transfer: भारतीय रेल को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है और आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना रेल में सफर करता है. एक तरफ जहां भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की संरक्षा और सुरक्षा को लेकर तमाम तरह की तकनीकी में बदलाव करता रहता है. वहीं, दूसरी तरफ यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए नियमों में भी बदलाव करता रहता है. आज हम आपको भारतीय रेलवे के एक ऐसे नियम के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके लिए बेहद काम की हो सकती है.
भले ही भारतीय रेल लगातार अपने नेटवर्क को बढ़ा रहा है और देश के हर रूट पर ट्रेनों की तादाद में काफी बढ़ोतरी भी हुई है. लेकिन बावजूद इसके ट्रेनों में कंफर्म सीट मिलना आज भी एक टेढ़ी खीर साबित होता है. अगर आप कहीं यात्रा का प्लान कर रहे हैं और आपने पहले से टिकट बुक करा रखा है लेकिन ऐन मौके पर उसमें से किसी व्यक्ति को किसी कारणवश यात्रा कैंसिल करनी पड़े और दूसरे व्यक्ति को भेजना पड़े तो उसके लिए उस टिकट को कैंसिल कराना पड़ता था और दूसरा फ्रेश रिजर्वेशन कराना पड़ता था, जिससे लोगों को काफी दिक्कत होती थी और पैसे का भी नुकसान होता था. साथ ही यह भी गारंटी नहीं होती थी कि आपको कंफर्म टिकट मिल ही जाए. लेकिन लोगों की इस परेशानी का हल निकालने के लिए भारतीय रेलवे ने कुछ दिन पहले रिजर्वेशन संबंधी नियमों में बदलाव किया है.
किसको आप कर सकते हैं टिकट ट्रांसफर
रेलवे के नियम के अनुसार अगर आपका रिजर्वेशन पहले से है और अचानक आपको अपनी यात्रा कैंसिल करनी पड़ रही है और खुद के बदले आप किसी और को वह टिकट ट्रांसफर करना चाहते है तो रेलवे के नए नियम के अनुसार ऐसा किया जा सकता है. रेलवे के रिजर्वेशन संबंधित इस नए नियम के मुताबिक आप अपना टिकट अपने किसी परिवार के सदस्य को ट्रांसफर कर सकते हैं. परिवार के सदस्यों में पिता, मां, बहन, भाई, बेटा या बेटी, पति या पत्नी हो सकते हैं.
ये है तरीका
इसके लिए आपको ट्रेन के डिपार्चर टाइम से 24 घंटे पहले रिजर्वेशन काउंटर पर जाना होगा. वहां से आप अपना टिकट अपने परिवार के किसी सदस्य को ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने परिवार के सदस्य का आईडी प्रूफ बुकिंग क्लर्क के सामने प्रस्तुत करना होगा. आपके द्वारा बुकिंग क्लर्क को एप्लीकेशन भी देनी होगी. इसके बाद बुकिंग क्लर्क द्वारा उसी पीएनआर नंबर के टिकट पर टिकट को दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर कर दिया जायेगा.