ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोल लिया गया है. रत्न भंडार में कई सोने के आभूषण मिले हैं और हर आभूषण के वजन 100-100 तौले से ज्यादा हैं. जब रत्न भंडार खोलने की तैयारी की जा रही थी तो लोगों का मानना था कि इसके अंदर सांप भी हो सकते हैं, जो खजाने की रक्षा कर रहे हैं. कई कहानियां हैं, जिनमें बताया जाता है कि खजानों की सुरक्षा सांप करते हैं. ऐसे में जानते हैं कि जगन्नाथ मंदिर के खजाने को खोला गया तो क्या उसमें सांप निकले थे और साइंस के हिसाब से क्या सही में खजाने की सुरक्षा सांप करते हैं?
क्या जगन्नाथ मंदिर के खजाने में निकले थे सांप?
बता दें कि जब जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर परियोजना के तहत मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम चल रहा था, उस दौरान मंदिर के आसपास सांप पाए गए थे. ऐसे में माना जा रहा था कि खजाने में भी सांप हो सकते हैं. ऐसे में जब खजाने को खोला गया था तो इसके लिए एसओपी बनाई गई थी, जिसके हिसाब से खजाने को खोला गया था. सांप निकलने के डर से पहले ही सांप पकड़ने वालों को बुलाया गया था.
जब तैयारी के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की ओर से पहले रत्न भंडार के बाहरी कक्ष को खोला तो वहां सांप नहीं मिले. इसके बाद वहां रखे सभी आभूषणों और कीमती सामान को मंदिर के अंदर अस्थायी ‘स्ट्रॉन्ग रूम' में स्थानांतरित कराया. इस खजाने में सांप ना मिलने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि सांप होने की बातें सिर्फ मिथक थीं.
क्या खजाने की रक्षा करते हैं सांप?
इसमें पहले जानते हैं कि आखिर सांप और खजाने को लेकर धार्मिक मान्यताओं में क्या कहा गया है. बता दें सिर्फ हिंदू मायथोलॉजी में ही नहीं, ग्रीक, चाइनीज, नॉर्स और अफ्रीकन मायथोलॉजी में किसी ना किसी जानवर की ओर से सुरक्षा करने की बात कही गई है. माना जाता है कि भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी की रक्षा के लिए नाग देव को ही जिम्मेदारी दी है, इसलिए जहां-जहां धन रहता है, वहां सांप भी रहते हैं.
इसके अलावा वराह संहिता में कहा गया है कि सफेद कलर के सांप छुपे हुए धन की रक्षा करते हैं. हालांकि, कई कहानियों में काले सांप की ओर से रक्षा करने की बात कही जाती है. इसके साथ ही समाज में कई पुरानी कहानियां भी प्रचलित हैं, जिनमें कहा जाता है कि सांप खजाने की रक्षा करते हैं. साथ ही कई लोग इसे लेकर अपने अनुभव भी शेयर करते हैं कि खजाने के साथ सोना मिला है.
क्या कहता है विज्ञान?
हालांकि, विज्ञान के हिसाब से ऐसा प्रमाण नहीं है कि सांप किसी खास खजाने की रक्षा करते हैं. एक इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज ऑफिसर ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि पहले अक्सर लोग पुराने घर, खंडहर के आसपास धन छिपाकर रखते थे और सांपों के लिए भी ऐसी ही जगह ज्यादा ठीक रहती है, क्योंकि यहां उन्हें खाने के लिए कुछ मिल जाता है. ऐसे में वहां साथ में खजाना और सांप निकलने से लोग मानते हैं कि छुपाए हुए धन के साथ सांप रहते हैं.
इसके साथ ही कई रिसर्च में ये सामने आया है कि खजानों और सांप का कोई कनेक्शन नहीं है. इस पर सांपों पर रिसर्च कर चुके असिस्टेंट जूलॉजिस्ट असेम बिपिन ने भी बताया है कि ऐसा कहा जाता है और ये सिर्फ कहानियां हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं है.