स्कूल न जाने के लिए बच्चे तरह-तरह के बहाने बनाते हैं. बहाने कम पड़ जाएं तो इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नए बहाने भी खोजे जाते हैं. हालांकि, सबसे आसान बहाना होता है बुखार आने का नाटक करना. हम सभी ने बचपन से लेकर आज तक कई बार यह सुना होगा कि प्याज को बगल में दबाकर रखने से कुछ वक्त में शरीर का तापमान बढ़ जाता है और आप आसानी से बुखार का बहाना बना सकते हैं. इंटरनेट पर भी कई ऐसे आर्टिकल या वीडियो मिल जाएंगे जो इस दावे को सच बताते हैं. हालांकि, क्या वाकई ऐसा है? मेडिकल एक्सपर्ट्स की इस मुद्दे पर क्या राय है? आइए समझते हैं.
दरअसल, डॉक्टर्स का मानना है कि प्याज बगल में रखने से शरीर का तापमान बढ़ने का दावा पूरी तरह झूठ है. लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर कौसर उस्मान का कहना है कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है. उस्मान ही नहीं, बहुत सारे अन्य डॉक्टर्स का भी यही मानना है कि प्याज को बगल में रखने से बुखार आने के दावे में कोई सच्चाई नहीं है.
'बॉडी टेंप्रेचर को कम करता है प्याज'
डाक्टर ख्याति चौहान (BHMS, MD scholar) के मुताबिक, प्याज में सल्फर होता है जो आसपास के पर्यावरण से बैक्टीरिया और सूक्ष्म जीवों (Microorganisms) को आकर्षित करता है. इसकी वजह से आपको बुखार जैसा महसूस हो सकता है, लेकिन आपको असल में बुखार होता ही नहीं है. डॉक्टर ख्याति की मानें तो प्याज तो बॉडी के तापमान को कम करने में मदद करता है. इसी वजह से प्याज को गर्मियों के मौसम में खाने की सलाह भी दी जाती है.
कब होता है बुखार?
यह समझना भी जरूरी है कि आखिर बुखार क्यों और कैसे आता है. बुखार की स्थिति तब बनती है जब किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान नॉर्मल से ज्यादा हो. शरीर का नॉर्मल तापमान 98.6 डिग्री फॉरेनहाइट या 37 डिग्री सेल्सियस होता है. दरअसल, बुखार का होना या हमारे शरीर के तापमान का बढ़ना हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया होती है. बुखार के जरिए हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम उन बैक्टीरिया और वायरस जैसे हानिकारक सूक्ष्म जीवों को खत्म कर पाता है या उन्हें पनपने से रोक पाता है जो तापमान के प्रति संवेदनशील होते हैं.
हालांकि, कुछ रसायन भी ऐसे होते हैं जो हमारे शरीर का तापमान बढ़ा देते हैं. कई बार वातावरण के प्रभाव के कारण भी हमारा शरीर गर्म हो सकता है. जैसे कि बहुत ठंड लग जाना. ऊष्माघात या लू लग जाने पर भी हमारा शरीर गर्म हो जाता है.