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11 अक्टूबर: जिसे कहा गया भारत का 'लोकनायक', उस महान शख्सियत से जुड़ा है आज का किस्सा

भारत इमरजेंसी लागू होने के बाद जो छात्र आंदोलन शुरू हुआ. उसे आजाद भारत का सबसे बड़ा जन आंदोलन माना जाता है. इस आंदोलन के प्रणेता कोई और नहीं स्वाधीनता संग्राम में अहम योगदान देने वाली 'लोकनायक' के नाम से प्रसिद्ध जयप्रकाश नारायण थे. आज की तारीख इस महान शख्सियत से जुड़ा खास दिन है.

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जय प्रकाश नारायण (फाइल फोटो)
जय प्रकाश नारायण (फाइल फोटो)

जयप्रकाश नारायण के बारे में चंद शब्दों में कुछ भी बयां नहीं किया जा सकता. क्योंकि इस देश के लिए उन्होंने जो भी किया है, उसे कलमबद्ध करना आसान नहीं है. फिर भी आज उनके जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुड़े कुछ अहम पहलुओं का यहां जिक्र कर रहे हैं.  

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जयप्रकाश नारायण का जन्म बिहार के सिताब दियारा में 11 अक्टूबर 1902 में हुआ था. यानी 11 अक्टूबर को ही जेपी जयंती मनाई जाती है. जेपी ने स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद आगे की पढ़ाई अमेरिका से की थी. वहां से लौटने के बाद वे गांधी जी के संपर्क में आए और उनके साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अहम हिस्सा बन गए. 1920 में प्रभावती से उनकी शादी हुई थी. 

पहली बार 1932 में गए थे जेल
1932 में गांधी, नेहरु और अन्य महत्त्वपूर्ण कांग्रेसी नेताओं के जेल जाने के बाद, उन्होंने भारत में अलग-अलग हिस्सों में संग्राम का नेतृत्व किया. अन्ततः उन्हें भी मद्रास में सितम्बर 1932 में गिरफ्तार कर लिया गया और नासिक के जेल में भेज दिया गया. यही उन्होंने कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की नींव रखी. अंग्रेजी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को लेकर 1939 में उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया गया. फिर उन्हें 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गिरफ्तार कर हजारीबाग जेल में डाल दिया गया. 

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जेल से भागकर आजाद दस्ता का किया था गठन
हजारीबाग जेल से जेपी फरार हो गए और नेपाल जाकर आज़ाद दस्ते का गठन किया और उसे प्रशिक्षण दिया. उन्हें एक बार फिर पंजाब में चलती ट्रेन में सितम्बर 1943 में गिरफ्तार कर लिया गया. 16 महीने बाद जनवरी 1945 में उन्हें आगरा जेल में स्थान्तरित कर दिया गया. अप्रैल 1946 में उन्हें जेल से आजाद कर दिया गया.

कांग्रेस से अलग सोशलिस्ट पार्टी की रखी नींव
1948 में उन्होंने कांग्रेस के समाजवादी दल का नेतृत्व किया और बाद में सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की. 19 अप्रैल 1954 में गया, बिहार में उन्होंने विनोबा भावे के सर्वोदय आन्दोलन के लिए जीवन समर्पित करने की घोषणा की. 1957 में उन्होंने लोकनीति के पक्ष में राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया.1960 के दशक के अंतिम भाग में वे राजनीति में पुनः सक्रिय रहे. 1974 में किसानों के बिहार आन्दोलन में उन्होंने तत्कालीन राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की.

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जेपी ने इंदिरा गांधी की प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध थे. गिरते स्वास्थ्य के बावजूद बिहार में सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन किया. उनके नेतृत्व में पीपुल्स फ्रंट ने गुजरात राज्य का चुनाव जीता. 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की. इसके बाद एक बड़ा छात्र आंदोलन शुरू हुआ, जो बाद में जन आंदोलन बन गया. इंदिरा सरकार ने जेपी सहित 600 से भी अधिक विरोधी नेताओं को बन्दी बना लिया और प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गयी. जेल में जेपी की तबीयत और भी खराब हो गई. 7 महीने बाद उनको मुक्त कर दिया गया. 1977 जेपी के प्रयासों से एकजुट विरोधी पक्ष ने इंदिरा गांधी को चुनाव में हरा दिया.

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प्रमुख घटनाएं 

11 अक्टूबर  1916 - नानाजी देशमुख - 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ' के मज़बूत स्तंभ और प्रख्यात समाजसेवक।
11 अक्टूबर  1942 - अमिताभ बच्चन - भारतीय अभिनेता

11 अक्टूबर 1881 - अमेरिकी आविष्कारक डेविड हेंडरसन हॉस्टन ने कैमरों के पहले रोल फिल्म का पेटेंट कराया.

11 अक्टूबर 1968 - अमेरिका का पहला मानवयुक्त ओपोलो मिशन ‘अपोलो 7’ के प्रक्षेपण का कक्षा से पहली बार टेलीविजन प्रसारण किया गया.

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